सेवा पर्व में विद्युत सेवा कार्यों को गंभीरता से संचालित करे

– पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना और पीएम जुगा योजना पर फोकस रखें
– प्रबंध निदेशक अनूप कुमार सिंह ने ली 15 जिलों के अधिकारियों की मीटिंग
इंदौर। शासन की ओर से अत्यंत महत्व वाले सेवा पर्व का 2 अक्टूबर तक प्रभावी संचालन किया जा रहा है। इस दौरान विद्युत सेवाओं, सुविधाओं के संचालन में गंभीरता का भाव रखा जाए। सभी कार्य समय पर हो। पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना और पीएम जुगा योजना के अंतर्गत सोलर स्थापना प्रकरणों का त्वरित समाधान और पीएम जुगा में दूरस्थ मजरे, टोले में जनजातीय परिवार को स्थाई बिजली कनेक्शन निःशुल्क प्रदान किया जाए।
उक्त निर्देश मप्र पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अनूप कुमार सिंह ने गुरुवार को 15 जिलों के अधिकारियों की मीटिंग में दिए। श्री सिंह ने कहा कि अक्टूबर से रबी सीजन प्रारंभ होने की स्थिति निर्मित हो जाएगी, सभी अधीक्षण यंत्री रबी सीजन के शेष जरूरी कार्य पंद्रह दिनों में अनिवार्य रूप से करा ले। उन्होंने ट्रिपिंग में कमी लाने के साथ ही वितरण ट्रांसफार्मर, पावर ट्रांसफार्मर का फेल रेट घटाने के लिए अधिकतम प्रयास करने के निर्देश दिए।
बताया गया कि कंपनी क्षेत्र में बड़े यानिट 8, 10 एवीए के पावर ट्रांसफार्मर की ड्रिफ्रेंशियल रिले की चैकिंग कर उसके सर्किट में होने की समीक्षा की जाए, इसकी रिपोर्ट भी मुख्यालय प्रस्तुत की जाए, यहां सुधार की गुंजाइश हैं वहां तत्काल कार्य करने के आदेश दिए गए। उन्होंने बिजली बिल शत प्रतिशत त्रुटिरहित जारी होने के लिए समुचित प्रबंधन एवं परीक्षण कार्य के लिए कहा।
श्री सिंह ने आगामी पांच वर्षों के दौरान अति उच्चदाब के ग्रिडों से अनुमानित बिजली की मांग के संबंध में योजना बनाकर मुख्यालय प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित भी किया। इस दौरान बताया गया कि कंपनी के सभी सर्कल को सुरक्षा संसाधनों को कुल ढाई करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। प्रत्येक सर्कल को 15 से 20 लाख रुपए खर्च करना है।
उन्होंने छह माह से बिल नहीं भरने वाले कनेक्शन के संबंध में तत्काल राशि जमा कराने या कनेक्शन विच्छेदन की नियमानुसार कार्रवाई करने को कहा।
इस दौरान मुख्य महाप्रबंधक प्रकाश सिंह चौहान, कार्यपालक निदेशक गजरा मेहता, मुख्य अभियंता एसएल करवाडिया, एसआर सेमिल, सुषमा गंगराड़े, अचल जैन, श्री एससी वर्मा, सुनील पाटौदी, अंतिम जैन, शहर अधीक्षण यंत्री डीके गाठे, इंदौर ग्रामीण अधीक्षण यंत्री डॉ. डीएन शर्मा आदि ने भी विचार रखे।



