क्राइम

साधु के भेष में छिपा शातिर… छह दिन की घेराबंदी के बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा अन्तरराज्यीय चोर

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– वर्ष 2019 में ट्रक से किया था माल चोरी, साधु के भेष में काट रहा था फरारी

बरोठा (अमर चौधरी)। अपराधी चाहे कितनी ही चालाकी क्यों न कर ले, कानून की नजर से बच पाना आसान नहीं होता। इस कहावत को थाना बरोठा पुलिस ने सच साबित कर दिया।

वर्ष 2019 में ट्रक में भरे कीमती माल की चोरी कर फरार हुआ चालक साधु का वेश धारण कर आश्रमों में छिपता रहा, लेकिन पुलिस की सतर्कता और आमजन के सहयोग से वह सलाखों के पीछे पहुंच गया।

ट्रक ड्रायवर बना माल हड़पने वाला चोर-
पूरा मामला तब सामने आया जब फरियादी विनय कुमार मिश्रा निवासी स्प्रीग बिजनेस पार्क बायपास रोड, इंदौर ने थाना आष्टा (जिला सीहोर) में रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनकी कंपनी का माल नर्मदा किनारे सीहोर से आयसर वाहन में लोड कर इंदौर भेजा गया था। वाहन चालक कैलाशचन्द्र पिता बलवंत, निवासी आवास नगर देवास, ट्रक को बरोठा क्षेत्र के एक पेट्रोल पंप तक लाया, उसके बाद न वाहन का पता चला और न ही माल का।

जांच में सामने आया कि चालक ने लालच में आकर माल हड़प लिया और आयसर वाहन को आष्टा में लावारिस हालत में खड़ा कर फरार हो गया। इस पर थाना बरोठा में धारा 406 भादवि के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।

घर-परिवार छोड़ साधु बना आरोपी-
अपराध के बाद आरोपी इतना शातिर निकला कि उसने अपना घर, परिवार और पहचान तक छोड़ दी। वह साधु का वेश धारण कर आश्रम में रहने लगा और खुद को “दुबे जी” बताकर पहचान छिपाता रहा। वर्षों तक पुलिस की पकड़ से दूर रहने में वह सफल रहा, लेकिन आखिरकार किस्मत ने साथ छोड़ दिया।

ऑपरेशन ‘त्रिनेत्रम’ बना गिरफ्तारी की कुंजी-
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक देवास पुनीत गेहलोत ने आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एचएन बाथम के मार्गदर्शन और उप पुलिस अधीक्षक संजय शर्मा के निर्देशन में थाना प्रभारी बरोठा सविता सिंह जाटव के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई।

टीम ने ऑपरेशन त्रिनेत्रम के तहत सीसीटीवी कैमरों की बारीकी से पड़ताल की और थाना कम्युनिटी ग्रुप व ग्रामीण नेटवर्क को सक्रिय किया। विश्वसनीय नागरिकों से मिले इनपुट के आधार पर आरोपी के हुलिये, रहन-सहन और ठिकानों की जानकारी जुटाई गई। लगातार छह दिन तक पीछा करने के बाद पुलिस ने आखिरकार उसे दबोच लिया।

गिरफ्तार आरोपी का नाम-
कैलाशचन्द्र चित्तोड़ीया उम्र 43 साल निवासी ग्राम रामपुरा थाना कायथा जिला उज्जैन।

अन्य राज्यों में भी अपराध, वारंट लंबित-
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी केवल इसी मामले तक सीमित नहीं था। वह अन्य थानों और राज्यों में भी अपराध कर चुका है। आम लोगों से पैसे लेकर वापस न करने के मामलों में उसके खिलाफ एनआईए एक्ट के प्रकरण दर्ज हैं और थाना कायथा, जिला उज्जैन में उसके विरुद्ध वारंट भी लंबित थे।

50 हजार का माल बरामद, पूछताछ जारी-
पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी से करीब 50 हजार रुपये का सेंटिंग सामान व लोहे की चद्दरें जब्त की गई हैं। अन्य चोरी किए गए माल के संबंध में पूछताछ जारी है।

सराहनीय पुलिस टीम-
इस सफलता में थाना प्रभारी सविता सिंह जाटव, उनि मलखान सिंह भाटी, सउनि ईश्वर सिंह मंडलोई, प्रआर तेजसिंह, दयाराम, आर विजेन्द्र, अजय पाल, प्रआर शिवप्रताप सिंह सेंगर तथा सायबर सेल से सचिन चौहान की अहम भूमिका रही।

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