मेला बना रंजिश की रणभूमि, सतवास पुलिस ने की सख्त कार्रवाई

– 8 आरोपी जेल भेजे, 5 नाबालिग हिरासत में
देवास। जिले के सतवास में मेला मैदान उस वक्त रणभूमि में बदल गया जब मामूली कहासुनी ने उग्र रूप ले लिया और जातीय तनाव की चिंगारी ने घर तक हमला करा दिया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को भांपते हुए ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा, वहीं 5 नाबालिगों को भी हिरासत में लेकर विधिक प्रक्रिया के तहत न्याय बोर्ड में प्रस्तुत किया गया। थाना प्रभारी बीडी बीरा और उनकी टीम की सतर्कता से हालात काबू में रहे और पीड़ितों को समय पर न्याय मिल सका।
मेले की चहल-पहल के बीच मामूली विवाद ने उग्र रूप ले लिया और देखते ही देखते मामला जातीय हमले और बदले की नीयत से घर पर हमला तक पहुंच गया। सतवास पुलिस ने पूरे घटनाक्रम पर बिजली सी फुर्ती दिखाते हुए 8 आरोपियों को धरदबोचा और न्यायालय के आदेश पर उन्हें जेल भेज दिया।
17 मई की शाम मेले में ठेला लगाने को लेकर दो पक्षों में कहासुनी हुई, जिसमें एक विशेष समुदाय के युवकों ने मारपीट की। बात यहीं नहीं रुकी बदले की आग में रात को फरियादी के घर पर धावा बोला गया, जिसमें महिलाओं के साथ भी मारपीट की गई। फरियादी की रिपोर्ट पर थाना सतवास में एससी/एसटी एक्ट सहित गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया। प्राथमिक जांच में पुलिस ने 5 नामजद आरोपियों को गिरफ्तार किया। ऑपरेशन त्रिनेत्रम के तहत लगाए गए CCTV कैमरों की फुटेज से पुलिस ने तीन और आरोपियों की पहचान की। इन्हें भी गिरफ्तार कर विशेष न्यायालय देवास में पेश किया गया, जहां से सभी को जेल दाखिल किया गया।
मेले से जुड़ी एक अन्य घटना में, एक दिन पहले के विवाद की रंजिश में 5 नाबालिग लड़कों ने सुबह काम पर जा रहे एक बालक पर हमला कर दिया। सतवास थाने में प्रकरण दर्ज कर इन विधि से संघर्षरत बालकों को किशोर न्याय बोर्ड, देवास में पेश किया गया, जहाँ से उनके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की गई।
थाना प्रभारी की सूझबूझ और टीम की मुस्तैदीः
पूरे मामले में थाना प्रभारी निरीक्षक बीडी बीरा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तेजी से आरोपियों को चिन्हित कर गिरफ्तार किया। पूछताछ में सभी ने अपराध स्वीकार किया। फरियादियों को समय पर न्याय दिलाना और कानून-व्यवस्था बनाए रखना, सतवास पुलिस की प्राथमिकता रही।



