अमलतास विवि में राष्ट्रीय सम्मेलन NCMSAP 2025 का शुभारंभ
देश-विदेश के विशेषज्ञ हुए शामिल, मंत्री तुलसीराम सिलावट ने किया हाईटेक इमरजेंसी ICU का लोकार्पण

देवास। अमलतास यूनिवर्सिटी, देवास में एडिक्शन साइकोलॉजी पर आधारित NCMSAP 2025- सेकंड मिड टर्म नेशनल कॉन्फ़्रेंस का शुभारम्भ शुक्रवार को मुख्य अतिथि केबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट ने किया।
इस प्रतिष्ठित सम्मेलन का आयोजन डिपार्टमेंट ऑफ एलाइड एंड रीहैबिलिटेशन साइंसेज़ व अमलतास यूनिवर्सिटी द्वारा किया गया, जिसमें देश और विदेश से बड़ी संख्या में विशेषज्ञ, डॉक्टर एवं शोधकर्ता शामिल हुए।
कार्यक्रम में चेयरमैन मयंक राज सिंह भदौरिया ने मुख्य अतिथि सिलावट का स्वागत कर कहा कि यह सम्मेलन नशा-मुक्ति और मानसिक स्वास्थ्य की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।
देश-विदेश के प्रख्यात डॉक्टर हुए शामिल-
इस राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रमुख रूप से शामिल विशेषज्ञ प्रोफेसर एम्स दिल्ली डॉ. प्रभु दयाल, डॉ. जीएस कलोइया, डॉ. नवीन ग्लोवर, डॉ. सिद्धार्थ सरकार, डॉ. रणजीत पिल्लाई, डॉ. विजया सकपाल, डॉ. धीरेन्द्र मिश्रा, डॉ. एसए बासिर, डॉ. सचिन जैन, डॉ. एमएस विंसी, डॉ. श्वेता भोस्कर, डॉ. अमृता पेन ने सम्मेलन के मुख्य विषय “एडिक्शन के कॉग्निटिव, क्लीनिकल एवं साइको-न्यूरोलॉजिकल पहलू” पर अपने विचार और शोध प्रस्तुत किए।
मंत्री सिलावट बोले: “युवाओं को नशे से मुक्त करना समय की जरूरत”
मुख्य अतिथि मंत्री तुलसीराम सिलावट ने नशे की बढ़ती लत को समाज के लिए गंभीर चुनौती बताते हुए कहा नशे की बीमारी परिवार और समाज दोनों को बर्बाद कर रही है। अमलतास यूनिवर्सिटी द्वारा ऐसा सम्मेलन आयोजित करना बेहद सराहनीय कदम है। यहां होने वाला चिंतन और विचार-विमर्श युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने में नींव का पत्थर साबित होगा।
साथ ही उन्होंने हाईटेक इमरजेंसी ICU का भी शुभारम्भ किया और अस्पताल की आधुनिक सुविधाओं की सराहना की।

विशेषज्ञों ने बताया: नशे के नए रूप बन रहे खतरनाक-
डॉ. प्रभु दयाल ने बताया कि युवाओं में नशे की समस्या अब सिर्फ पारंपरिक मादक पदार्थों तक सीमित नहीं है। आज गेमिंग एडिक्शन, सोशल मीडिया का अत्यधिक उपयोग, ऑनलाइन जुआ जैसी व्यवहारजनित लतें भी बेहद तेजी से बढ़ रही हैं और यह युवा पीढ़ी के साथ उनके परिवारों व समाज को भी प्रभावित कर रही हैं।
सम्मेलन में अमलतास विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. शरदचन्द्र वानखेड़े, डीन डॉ. एके पिठवा, डॉ. प्रशांत, डॉ. समीर देसाई, डॉ. आशुतोष भटेले की उपस्थिति में कार्यक्रम आगे बढ़ा।
सम्मेलन के आयोजन में डॉ. अभय गुप्ता (ऑर्गनाइजिंग चेयरमैन), डॉ. भारती लाहोरिया (ऑर्गनाइजिंग सेक्रेट्री), डॉ. संगीता तिवारी एवं सभी कार्यकारिणी सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
“एडिक्शन पर भविष्य की नीतियों के लिए मिलेगा नया मार्ग”
चेयरमैन मयंक राज सिंह भदौरिया ने कहा अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में देश-विदेश से आए सभी विशेषज्ञों और शोधकर्ताओं के प्रति आभार। यहां प्राप्त निष्कर्ष नशा-उन्मूलन की नीतियों और भविष्य के हस्तक्षेपों को नई दिशा देंगे।



