देवास। शहर की सफाई और स्वच्छता व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने के लिए नगर निगम ने अब सख्त रुख अपना लिया है।
सीवरेज परियोजना के तहत जहां एक ओर गंदे पानी के वैज्ञानिक उपचार की व्यवस्था की जा रही है, वहीं दूसरी ओर नियमों का उल्लंघन कर ड्रेनेज लाइनों में अवैध रूप से दूषित जल छोड़ने वालों पर अब कार्रवाई की गाज गिरने लगी है।
नगर निगम देवास द्वारा वर्तमान में सीवरेज प्रोजेक्ट सक्रिय रूप से क्रियान्वयन में है, जिसके अंतर्गत घरों से निकलने वाला किचन वेस्ट एवं अन्य धूसर जल को सीवरेज लाइनों के माध्यम से ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाकर वैज्ञानिक ढंग से शुद्ध किया जाता है। शुद्ध जल का उपयोग उद्यानों की सिंचाई एवं विभिन्न निर्माण कार्यों में किया जा रहा है।
इसके बावजूद, कई वार्डों में नागरिक अभी तक अधिकृत सीवरेज कनेक्शन नहीं ले रहे हैं तथा अवैध रूप से इस जल को स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज लाइन में छोड़ रहे हैं, जो नगर निगम के नियमों का उल्लंघन है।
इस संबंध में निगम आयुक्त रजनीश कसेरा के निर्देश पर खाद्य निरीक्षक हरेंद्र सिंह ठाकुर ने ड्रेनेज लाइनों को अतिक्रमण मुक्त किया है। इस दौरान अवैध कनेक्शन की जांच कर संबंधित व्यक्तियों पर दंडात्मक कार्रवाई कर उन्हें शीघ्र अधिकृत सीवरेज कनेक्शन लेने के लिए निर्देशित किया गया।