• Sat. Aug 2nd, 2025

    टच करते ही क्या आपको भी कभी-कभी लगता है करंट जैसा हल्का झटका?

    ByNews Desk

    Apr 19, 2025
    Share

     

    – जानिए विशेषज्ञ से इसका कारण और बचाव के तरीके

    क्या आपने कभी लकड़ी की कुर्सी, धातु का दरवाज़ा या किसी व्यक्ति को छूते ही अचानक एक हल्का करंट जैसा झटका महसूस किया है?

    यह अनुभव हैरान करने वाला हो सकता है, लेकिन यह असल में एक आम वैज्ञानिक प्रक्रिया का नतीजा है जिसे “स्थैतिक विद्युत” (Static Electricity) कहा जाता है।

    टच करने पर झटका लगना एक आम और प्राकृतिक प्रक्रिया है, जो मुख्यतः स्थैतिक बिजली के कारण होती है। इससे डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि इसे समझकर कुछ आसान उपायों से रोका जा सकता है।

    यह करंट जैसा झटका क्या होता है?
    जब हम किसी चीज को टच करते हैं और करंट जैसा महसूस होता है, तो वह वास्तव में बिजली नहीं होती जैसी बिजली के तारों में होती है। यह एक छोटा सा डिस्चार्ज होता है जिसे इलेक्ट्रोस्टैटिक डिस्चार्ज (Electrostatic Discharge – ESD) कहा जाता है।

    झटका क्यों लगता है?

    हमारा शरीर न्यूरॉन से बना होता है। न्यूरॉन्स बॉडी और हमारी रीढ़ की हड्डी से करंट लाते हैं। हर वक्त इलेक्ट्रिक इफेक्टिविटी बॉडी में रहती है। अगर लंबे समय तक आप एक ही जगह तक खड़े रहते हैं तो वहां अधिक मात्रा में इलेक्ट्रॉन एकत्रित हो जाता है। जब हम ऐसी वस्तु को छूते हैं, जहां प्रोटॉन्स अधिक है तो इलेक्ट्रॉन चार्ज के डिसबैलेंस होने से करंट का हल्का झटका महसूस होता है।

    – जब हम चलने, बैठने या किसी वस्तु से घर्षण करते हैं (जैसे ऊनी कपड़े या प्लास्टिक की कुर्सी), तो हमारे शरीर में इलेक्ट्रॉन्स जमा हो जाते हैं।

    – सर्दियों में या एयर कंडीशन वाले कमरों में हवा में नमी कम होती है। ऐसी हवा में स्थैतिक चार्ज अधिक बनता है और लंबे समय तक बना रहता है।

    – नायलॉन, पॉलिएस्टर जैसे कपड़े और विनाइल या टाइल वाले फर्श से घर्षण होने पर स्थैतिक चार्ज बनता है।

    – जैसे ही आप किसी धातु (कुर्सी, दरवाज़ा, कार आदि) को छूते हैं, शरीर में जमा चार्ज तुरंत डिस्चार्ज हो जाता है, जिससे हल्का झटका लगता है।

    क्या यह खतरनाक है?
    नहीं, यह झटका आमतौर पर बिल्कुल हानिरहित होता है। यह केवल कुछ मिलीसेकंड्स के लिए होता है और इससे कोई गंभीर नुकसान नहीं होता। हालांकि, बहुत संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए यह नुकसानदेह हो सकता है।

    कैसे बचें इस स्थैतिक झटके से?

    नमी बनाए रखें: कमरे में ह्यूमिडिफ़ायर का उपयोग करें या पानी की कटोरी रखें ताकि हवा में नमी बनी रहे।

    कपड़े बदलें: सिंथेटिक कपड़ों की जगह कॉटन (सूती) कपड़े पहनें।

    फुटवेयर पर ध्यान दें: रबर-सोल वाले जूते स्थैतिक चार्ज को बढ़ा सकते हैं। लकड़ी या चमड़े के सोल बेहतर होते हैं।

    धातु को पहले स्पर्श करें: दरवाजे या किसी धातु को पहले किसी चाबी या सिक्के से छुएं ताकि चार्ज सुरक्षित तरीके से डिस्चार्ज हो जाए।

    स्किन मॉइश्चराइज़ रखें: ड्राई स्किन चार्ज जल्दी जमा करती है, इसलिए स्किन को मॉइश्चराइज रखना फायदेमंद होता है।

    सामान्यतः यह बदलते मौसम में होता है। इसे बीमारी नहीं कह सकते, लेकिन किसी को बार-बार करंट के झटके लगते हैं तो अस्पताल में विशेषज्ञ से सलाह लेना चाहिए। आमतौर पर विटामिन बी-12 व विटामिन डी-3 की जांच करवाकर दवाई ली जाना चाहिए। – डॉ. जागृति सोलंकी, आपातकालीन चिकित्सा विभाग, अमलतास मेडिकल कॉलेज, देवास