इंदौर। शहर सहित पश्चिमी मध्य प्रदेश के मालवा-निमाड़ अंचल के अधिकतर जिलों में इन दिनों गर्मी का प्रकोप अपने चरम पर है। तापमान लगातार 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक दर्ज किया जा रहा है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। लेकिन इस झुलसाने वाली गर्मी में भी कुछ लोग ऐसे हैं जो अपने कर्तव्य के प्रति समर्पित होकर विषम परिस्थितियों में भी कार्य कर रहे हैं, ये हैं बिजली विभाग के कर्मचारी।
गर्म लोहे के खंभों पर 30 से 40 फीट की ऊंचाई तक चढ़कर ये कर्मचारी मेंटेनेंस और आकस्मिक मरम्मत कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। कभी तेज धूप, कभी तेज हवाएं और कभी बिजली के झटके का खतरा, इन सबके बीच भी ये जांबाज दिन-रात डटे हुए हैं, ताकि लोगों को पंखे, कूलर, एसी और फ्रिज जैसी सुविधाएं बिना बाधा मिलती रहें।
कोई अवकाश नहीं, कोई शिकायत नहीं-
बिजली कर्मचारियों के लिए न तो कोई छुट्टी है और न ही कोई समय-सीमा। अक्सर उन्हें अचानक मिली शिकायतों पर तात्कालिक रूप से काम पर निकलना पड़ता है, चाहे वो दोपहर की चिलचिलाती धूप हो या रात का सन्नाटा।
कई बार कर्मचारियों को सीमित संसाधनों और सुरक्षा उपकरणों के बिना ही कार्य करना पड़ता है। इसके बावजूद ये कर्मचारी पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ अपना कार्य करते हैं।
करना होगा इनके योगदान को सलाम-
जब हम घर में आराम से बैठे ठंडी हवा का आनंद ले रहे होते हैं, तब कहीं न कहीं कोई कर्मचारी अपने पसीने से हमारी सुविधा सुनिश्चित कर रहा होता है। ऐसे कर्मचारियों को केवल एक तारीफ या धन्यवाद नहीं, बल्कि बेहतर संसाधन और सुरक्षा की आवश्यकता है।