देवास। पर्यावरण संरक्षण एवं वायु प्रदूषण रोकने के उद्देश्य से प्रशासन द्वारा फसल कटाई के बाद खेतों में नरवाई जलाने पर सख्त रवैया अपनाया जा रहा है।
इसी क्रम में देवास जिले के ग्राम बांगर में नरवाई जलाने के मामलों को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने 6 भूमि स्वामियों के विरुद्ध कार्रवाई की है। प्रत्येक किसान पर 5-5 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है।
इस संबंध में तहसीलदार (ग्रामीण) रवि शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम बांगर में नरवाई जलाने की सूचना मिलने पर मौके पर निरीक्षण किया गया, जहां फसल अवशेष जलाए जाने की पुष्टि हुई। उन्होंने कहा कि यह कार्य पर्यावरण के लिए बेहद हानिकारक है और शासन द्वारा नरवाई जलाने पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया है।
तहसीलदार शर्मा ने किसानों से अपील की कि वे पर्यावरण को सुरक्षित रखने हेतु नरवाई न जलाएं और वैकल्पिक विधियों का उपयोग करें। प्रशासन द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है और भविष्य में भी नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नरवाई जलाना क्यों है खतरनाक?
फसल कटाई के बाद खेतों में बची पराली या नरवाई जलाने से वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ता है, जिससे श्वसन संबंधी बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही, मिट्टी की उपजाऊ क्षमता भी प्रभावित होती है।