क्राइम

8.5 करोड़ की धोखाधड़ी! ‘बंटी-बबली’ को पुलिस ने किया गिरफ्तार

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देवास। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए करोड़ों की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय ठग दंपति ‘बंटी-बबली’ को पुलिस ने 7 साल बाद पकड़ लिया है। यह दंपति फर्जी सोशल मीडिया ऐप के नाम पर लोगों को निवेश का लालच देकर 8.5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर चुका था। पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोत के निर्देशन में चलाए जा रहे ऑपरेशन हवालात के तहत दोनों आरोपियों को गुजरात के वडोदरा से गिरफ्तार किया गया। ये दोनों 9 जिलों के 9 थानों में वांछित थे और नाम बदलकर फरारी काट रहे थे।

देवास पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोत द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन हवालात के तहत फरार स्थायी वारंटियों की शीघ्र गिरफ्तारी कर वारंट तामील के निर्देश दिए गए थे। पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयवीर सिंह भदौरिया एवं नगर पुलिस अधीक्षक दीशेष अग्रवाल के मार्गदर्शन में थाना कोतवाली एवं जिला स्तरीय साइबर टीम गठित कर, 7 वर्षों से फरार स्थायी वारंटी सचिन पिता शंकर सिंह सिसोदिया (निवासी बाहेती कॉलोनी, बड़वाह) और रीमा सिसोदिया (पत्नी सचिन सिसोदिया, निवासी बड़वाह) की तलाश में वडोदरा, गुजरात भेजा गया था।

पुलिस टीम द्वारा अथक प्रयासों से 7 वर्षों से फरार इन आरोपियों की जानकारी एकत्रित की गई। ये दोनों अलग-अलग जिलों के 9 थानों में वांछित थे और अपनी पहचान छिपाकर व नाम बदलकर रह रहे थे। पुलिस ने इन्हें वडोदरा, गुजरात से गिरफ्तार कर थाना लाया।

पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि उन्होंने और उनके साथियों ने मिलकर करीब 8.5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है। शेष पूछताछ जारी है, और अन्य थानों से भी आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी ली जा रही है।

आरोपियों ने इंदौर की एक कंपनी – मेगा माइंड ट्रैकिंग कंसल्टेंसी सॉफ्टेक प्रा. लि. के नाम से “लुकचुप” एप्लिकेशन चलाई थी, जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक व इंस्टाग्राम जैसी थी। इसे ऑपरेट व प्रमोट करने के लिए फ्रेंचाइज़ी देने के नाम पर विभिन्न जिलों और राज्यों में लोगों को प्रलोभन दिया गया और करीब 8.5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई।

गिरफ्तार स्थायी वारंटी:

1. सचिन पिता शंकर सिंह सिसोदिया (निवासी: बाहेती कॉलोनी, बड़वाह, जिला खरगोन)

2. रीमा सिसोदिया पति सचिन सिसोदिया (निवासी: बाहेती कॉलोनी, बड़वाह)

सराहनीय योगदान: इस सफलता में नगर पुलिस अधीक्षक दीशेष अग्रवाल, निरीक्षक श्यामचंद शर्मा, उपनिरीक्षक राकेश नरवरिया, महिला आरक्षक नेहा ठाकुर, साइबर सेल से आरक्षक योगेश कदम एवं आरक्षक युवराज का विशेष योगदान रहा।

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