बलात्संग के मामले में आरोपी को पेशेवर विवेचना से न्यायालय से करवाया 20 वर्ष का सश्रम कारावास
देवास। पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद द्वारा जिले में ऑपरेशन संकल्प की शुरुआत की गई है। इसके अंतर्गत पुलिस विवेचना को अधिक से अधिक पेशेवर व वैज्ञानिक बनाकर समयावधि में अभियोग पत्र न्यायालय में पेश करने पर जोर दिया जा रहा है।
साथ ही न्यायालय द्वारा विचारण के दौरान जारी समस्त आदेशिकाओं समन व वारंट की प्राथमिकता से तामिली करवाई जा रही है, ताकि गंभीर प्रकरणों में जल्द से जल्द न्यायालयीन निर्णय प्राप्त कर पीड़ित को न्याय दिलाया जा सके। गंभीर अपराधों में दोषसिद्धि होने पर स्वयं पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रकरण के विवेचक, पैरवीकर्ता एवं संपूर्ण टीम को पुरस्कृत किया जा रहा है, जिसके चलते पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ा है एवं लगातार गंभीर अपराधों में दोषसिद्धि प्राप्त करने में देवास पुलिस सफल रही है।
इसी तारतम्य में 24 जनवरी 2022 को थाना बरोठा में फरियादी ने आकर रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उसकी नाबालिग बेटी को कोई अज्ञात व्यक्ति बहला फुसलाकर ले गया है। रिपोर्ट पर से थाना बरोठा में धारा 363, 366, 376(1), 376 (2)(n) भादवि ¾ ,5L/6 पॉक्सो एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण की विवेचना उनि नीलम राठौर द्वारा की जाकर 2 अप्रैल 2022 को आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
प्रकरण की विवेचना पूर्ण होने पर चालान 19 अप्रैल 2022 को तैयार किया गया। 9 मई 2022 को प्रकरण का चालान न्यायालय देवास पेश किया गया।
प्रकरण के विशेष न्यायालय में विचारण के दौरान न्यायालय द्वारा जारी समस्त आदेशिकाओं की तामीली समय से कराई गई। प्रकरण की पैरवीकर्ता लोक अभियोजक ज्योति अजमेरा के द्वारा अभियोजन की सटीक पैरवी एवं उक्त प्रकरण में विवेचक की उत्कृष्ट विवेचना के फलस्वरूप विशेष न्यायाधीश अनु सिंह ने आरोपी के द्वारा पीड़ित नाबालिग बालिका को उसके घर से अर्थात विधिपूर्ण संरक्षकों की संरक्षकता में से उसकी इच्छा के विरुद्ध उससे विवाह करने के लिये विवश करने के आशय से उसका व्यपहरण किया एवं पीडिता के साथ बलात्कार जैसा घृणित अपराध कारित किया, जिससे पीड़िता को मानसिक व शारीरिक रूप से आघात होने के संबंध में 20 वर्ष के सश्रम कारावास एवं 10,000 रुपए के अर्थदण्ड से दण्डित किया गया है।
प्रकरण में कोर्ट मोहर्रिर के रुप में प्रआर 248 नितिन धीमान एवं मआर मालती नागर, कोर्ट मुंशी के रूप में आर अशोक डिंडोर एवं वारंट मुंशी के रूप में आर विकास आस्के के द्वारा कार्य किया गया।
पुलिस कप्तान पुनीत गेहलोद के अनुसार इस वर्ष 2024 में देवास पुलिस ने हत्या के 16, हत्या के प्रयास 11, बलात्संग के 9, छेड़खानी के 16, लूट के 1 एवं आबकारी के 2 प्रकरणों में न्यायालय से कठोर दण्ड दिलवाकर पीड़ितों को न्याय दिलवाया है।
पुलिस अधीक्षक ने उल्लेखनीय कार्य करने वाली समस्त टीम को प्रशंसित करते हुए आगामी प्रकरणों में और अधिक दक्षता से कार्य करने हेतु प्रेरित किया।
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