-आयुक्त डॉ. गोयल ने नवीन तहसील कार्यालय का निरीक्षण किया, राजस्व विभाग से संबंधी कार्यों की समीक्षा की
देवास। आयुक्त उज्जैन संभाग डॉ. संजय गोयल ने जिला पंचायत सभाकक्ष में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जिले में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर ऋषव गुप्ता, सीईओ जिला पंचायत हिमांशु प्रजापति, डीएफओ प्रदीप मिश्रा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में आयुक्त डॉ. गोयल ने सिंहस्थ 2028 के लिए प्रस्तावित कार्यों की कार्य योजना की समीक्षा की, समय-सीमा में कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। आयुक्त डॉ. गोयल ने क्षिप्रा शुद्धिकरण के संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने कहा, कि औद्योगिक ईकाइयों का गंदा पानी क्षिप्रा में नहीं जाए इस संबंध में कार्य योजना बनाए।
आयुक्त डॉ. गोयल ने नल जल योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, कौशल विकास, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), खादी ग्रामोद्योग बोर्ड, कुटीर ग्रामोद्योग, स्वच्छ भारत मिशन, मध्याह्न भोजन, मनरेगा की समीक्षा की। आयुक्त डॉ. गोयल ने ग्रामीण विकास विभाग की विभागीय कार्यों की समीक्षा भी की। समीक्षा के दौरान पाया गया, कि जिला ऑडिटर मनीष हरणे द्वारा संतोषजनक कार्य नहीं किया जा रहा है। जिस पर आयुक्त डॉ. गोयल ने सीईओ जिला पंचायत को कार्यवाही के निर्देश दिए।
आयुक्त डॉ गोयल ने समीक्षा बैठक में निर्देश दिए कि सचिव, रोजगार सहायकों की शिकायतों की जांच समय-सीमा में करें।
आयुक्त डॉ. गोयल ने नवीन तहसील कार्यालय का निरीक्षण किया और राजस्व विभाग की समीक्षा की। इस दौरान कलेक्टर ऋषव गुप्ता, एसडीएम बिहारी सिंह, तहसीलदार सपना शर्मा, तहसीलदार निधि राजपूत, नायब तहसीलदार रवि शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
आयुक्त डॉ. गोयल ने तहसील कार्यालय में निरीक्षण के दौरान 29 फरवरी तक चलाये जा रहे राजस्व महा-अभियान में की गई कार्यवाहियों की जानकारी ली। महाअभियान में राजस्व न्यायालयों (आरसीएमएस) में बंटवारा, सीमांकन, अभिलेख दुरुस्ती लम्बित प्रकरणों का समय सीमा में निराकरण, नए राजस्व प्रकरणों को आरसीएमएस पर दर्ज कराने, नक्शे पर तरमीम, पीएम किसान का सेचुरेशन एवं आधार से ई-केव्हायसी और खसरे की सम्रग/आधार से लिंकिंग सहित आमजन की राजस्व से संबंधित समस्याओं का निराकरण के निर्देश दिए।
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