– सरकार बनी तो तुम्हारे ही काम होंगे मेरे तो आज भी हो जाते हैं
– मैं यहां का राहुल गांधी.. आप काम नहीं करोंगे तो मैं करवाऊंगा
– चाय पर चर्चा में शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजानी के तल्ख अंदाज
देवास। हम कमजोर कहां है… हम सब नेता हैं और नए को मौका नहीं देना चाहते। जनता कांग्रेस को वोट देना चाहती है, हम भी तैयार रहे। क्या हम हारते ही रहेंगे? अगर किसी को समस्या है तो डायरेक्ट मुझसे बात करें.. मैं यहां का राहुल गांधी हूं.. आप काम नहीं करोंगे तो मैं करवाऊंगा। हां! यह भी समझ लो, मुझे चुनाव नहीं लड़ना। सरकार बनी तो तुम्हारे ही काम होंगे, मेरे काम तो आज भी हो जाते हैं। हम चाय पर चर्चा कर रहे तो पाेलाइटली करें।
कुछ इस प्रकार के तल्ख अंदाज में कांग्रेस पार्टी के जिला शहर जिला अध्यक्ष मनोज राजानी चाय पर चर्चा में बूथ लेवल इलेक्शन एजेंट (बीएलए) सहित कार्यकर्ताओं से रूबरू हो रहे हैं। चाय पर चर्चा में शहर जिला अध्यक्ष बारिकी से पोलिंग बूथों की कमजोर कड़ी को परख रहे हैं। पार्टी को अब तक जिन्होंने कमजोर किया, उनके प्रति गुस्से का इजहार भी वे कर रहे हैं। विकासनगर में चाय पर चर्चा के दौरान हिदायत देते हुए कहा आपस में लड़ने-झगड़ने से किसी का भला नहीं होगा। आपको इससे कोई मतलब नहीं है कि टिकट किसे मिलेगा, आप तो सिर्फ एक घंटा पार्टी को दें। मुझे तो आश्चर्य होता है कि कांग्रेस का जो कार्यकर्ता बीजेपी में चला गया, उसका नाम बीएलए की सूची दिखाई दिया। पिछली बार इटावा में मैंने बीएलए चेंज कर दिए थे, पूरी टीम भंग कर दी थी, वहां से हमें लीड मिली।
कमलनाथ जी के यहां फोन आता है-
शहर अध्यक्ष श्री राजानी ने कार्यकर्ताओं को समझाइश देते हुए कहा इसी तरह के सुधार के लिए मुझे पूरे 280 पोलिंग पर जाना है। कमलनाथ जी के यहां से फोन आता है तो हमें जवाब देना पड़ता है। बीजेपी का संगठन मजबूत है, इसे स्वीकार करने में कोई ऐतराज नहीं है। हमारे यहां तो अधिकांश बीएलए के पास सरकारी बीएलओ का नंबर नहीं है। आपको उनसे मतदाता सूची लेनी चाहिए। मतदाता सूची को घर-घर जाकर चेक करना है।
शहर अध्यक्ष राजानी ने कहा नगर निगम चुनाव में मेरे परिवार के सदस्य के नाम ही कट गए थे। मैंने आपत्ति ली, लेकिन उस समय कुछ नहीं होता। आप घर-घर जाकर चेक नहीं करेंगे तो हेराफेरी का पता नहीं चलेगा। आपके नाम ही कट जाएंगे। अगर सेक्टर अध्यक्ष के पास पार्टी के लिए वक्त नहीं है तो उसे बदल दो। पार्टी को जो समय नहीं दे सकता, उससे सम्मान के साथ हाथ जोड़ लो।
अब नेतागिरी नहीं चलेगी-
आप किसी योजना की जानकारी देने के लिए कैंप लगा लेते हैं, फोटो आ जाता है और काम खत्म। ये नेतागिरी अब नहीं चलेगी। आप अपने पोलिंग बूथ के प्रत्येक परिवार में जाए, उनसे चर्चा करें। खाली, कैंप लगाने से क्या होगा। नारी सम्मान योजना के फार्म जो दिए हैं, उनकी डिमांड ही आप लोग नहीं कर रहे हो। मतदाता सूची के अनुसार भी फार्म का उपयोग नहीं हुआ। मुझसे कोई फार्म मांग ही नहीं रहा, फार्म की डिमांड आई तो मैं समझूंगा कि काम हो रहा है।
अगर आप नहीं जाते हो तो पार्टी को नुकसान-
आपके पास जो फार्म है, उन्हें घर-घर जाकर भरवाओं। अगर आप नहीं जाते हो तो यह पार्टी का नुकसान है। हमारे यहां नारी सम्मान योजना में कोई शर्त नहीं है। सरकार आई तो सभी महिलाओं को 1500 रुपए देंगे। अगर कोई पूछता है कि आप बैंक खाता नंबर नहीं ले रहे हैं तो उन्हें संतोषजनक जवाब देकर बताए कि आपके आधार कार्ड से आपका खाता लिंक है।
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