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पटना. बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के इस दावे को शनिवार को “अफवाह” बताया कि उनके और परिवार के करीबी सदस्यों के परिसरों पर छापेमारी के दौरान उसे अपराध से अर्जित 600 करोड़ रुपये के बारे में पता चला है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता यादव फिलहाल अपनी पत्नी के साथ दिल्ली में हैं। तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि यदि उन्होंने छापेमारी के बाद हस्ताक्षर किए जाने वाले पंचनामे को सार्वजनिक कर दिया तो भाजपा शर्मिंदा हो जाएगी।
यादव ने अपने पिता लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहते हुए कथित होटल के बदले जमीन घोटाले का जिक्र करते हुए कहा, “याद करिए- 2017 में भी कथित 8,000 करोड़ का लेन-देन, हजारों करोड़ का मॉल, सैंकड़ों संपत्तियां, अभी चंद महीनों पहले गुरुग्राम में अरबों का व्हाइटलैंड कंपनी का अर्बनक्यूब मॉल भी मिला था। भाजपाई अब कथित 600 करोड़ का नया हिसाब लाने से पहले अपने सूत्रों को पुराने का तो हिसाब दे देते।”
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राजद के नेता ने कहा, “भाजपा सरकार द्वारा सूत्रों के हवाले से इधर-उधर की भ्रामक अफवाह फैलाने अथवा खबर प्लांट करवाने की बजाय रेड के बाद हस्ताक्षर किए जाने वाले पंचनामा (जब्ती की सूची) ही सावर्जनिक कर देनी चाहिए। अगर हम इसे सार्वजनिक कर देंगे तो इन बेचारे नेताओं की क्या इज्जत रहेगी? सोच लो..।”
इससे पहले आज प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि उसने राजद प्रमुख लालू प्रसाद के परिवार के खिलाफ रेलवे से जुड़े धनशोधन मामले में छापा मारने के बाद एक करोड़ रुपये की “बेहिसाब नकदी” जब्त की है और “ अपराध से अर्जित 600 करोड़ रुपये का पता लगाया है।” (एजेंसी)
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