देवास-डबलचौकी मार्ग पर नारियाखेड़ा में रपटा उफना

तेज बहाव में बाइक सवार बहा, दूसरे दिन 3 किमी दूर धनोरा के नाले में मिला शव
बरोठा थाना एवं एसडीआरएफ की टीम ने सुबह से शाम तक की सर्चिंग
सिरोल्या (अमर चौधरी)। बुधवार को हुई तेज बारिश से देवास-डबलचौकी मुख्य मार्ग पर नारियाखेड़ा में बने रपटे पर बुधवार रात 9:15 बजे तेज बहाव से रपटा उफान पर आ गया। इसके चलते 35 से अधिक गांवों का आपस में आवागमन कट गया।
तेज बहाव होने से ग्रामीणों की रपटे पर दोनों ओर भीड़ लग गई। दोपहिया एवं चारपहिया वाहनों के साथ राहगीर रपटे से पानी कम होने के इंतजार में लगे रहे। रात 9:30 बजे के करीब एक बाइक सवार तेज बहाव में कैलोद से अपनी घर महुड़ीया की ओर जा रहा था। रपटे पर पानी अधिक होने पर ग्रामीणों ने युवक को समझाइश दी पर वह नहीं माना एवं जान जोखिम में लेकर रपटे से गुजरने लगा। इस दौरान रपटे पर पानी का तेज बहाव होने से युवक बाइक सहित बह गया।
बरोठा थाना के टीआई अजयसिंह गुर्जर ने बताया कि हमने रात्रि में तलाश भी की किंतु युवक कहीं नजर नहीं आया। इस दौरान हमने रपटे के दोनों ओर लगी ग्रामीणों की भीड़ को पानी कम होने के बाद आवागमन करने की समझाइश दी। इधर, गुरुवार सुबह एसडीआरएफ एवं बरोठा थाने की टीम ने शव को ढूंढने की सर्चिंग शुरू की। जो देर शाम चलती रही।
युवक की बाइक रपटे के पास से सुबह मिल गई, किंतु शव कहीं नजर नहीं आया। काफी सर्चिंग के बाद शाम करीब 4:15 बजे 3 किमी दूर स्थित धनोरा के नाले में हेमंत पिता बंशीलाल विश्वकर्मा (45) निवासी महुडिया का शव मिला।
पुलिस के मुताबिक युवक प्राइवेट कंपनी में काम करता है। वह बुधवार रात्रि में देवास से अपने घर जा रहा था। इस दौरान हादसा हो गया। युवक हेमंत का एक लड़का निर्वान 12 वर्ष का एवं एक लड़की जाह्नवी 6 वर्ष की है। सर्चिंग में टीआई अजयसिंह गुर्जर, विजेन्द्र सिसोदिया, शेखर मुकाती एवं एसडीआरएफ टीम के राहुल मंडलोई, गौरव चौधरी, शेखर पटेल आदि का योगदान रहा। शव को पीएम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है।

बारिश में कई बार हो चुका है रपटे पर हादसा-
ग्राम पंचायत नारियाखेड़ा के सरपंच अश्विन चौधरी ने कहा कि देवास-डबलचौकी मुख्य मार्ग पर ग्राम नारियाखेड़ा में बने रपटे को लेकर पूर्व में भी अवगत करवाया किंतु ध्यान नहीं दिया जा रहा है। रपटा काफी छोटा है। जिससे हर बारिश में ग्रामीणों को फजीहत उठाना पड़ रही है। बुधवार के दिन रात्रि में बारिश से मार्ग अवरूद्ध हो गया, जिससे लोग रात्रि में 2 बजे तक परेशान होते रहे। इस रपटे पर पूर्व में भी कई हादसे हो चुके हैं। गत वर्ष एक व्यक्ति बह रहा था। ग्रामीणों की सहायता से उसे बचा लिया था। अंधेरे में ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। अगर ऊंची पुलिया होती तो युवक बहाव में नहीं बहता एवं जान नहीं जाती। शासन-प्रशासन शीघ्र ही मार्ग पर सर्वे करवाकर पुलिया बनाएं। जिससे बारिश के दिनों में भी ग्रामीणों का आवागमन सुलभ हो जाएगा।



