टोंकखुर्द (विजेन्द्रसिंह ठाकुर)। क्षेत्र में रविवार को तेज बारिश के बाद किसानों के चेहरों पर उम्मीद की रोशनी नजर आई।
इसी कड़ी में बरदू गांव में ग्राम पटेल विक्रम सिंह ने परंपरागत रूप से पूजा-अर्चना कर सोयाबीन की बोवनी की शुरुआत की। यह क्षेत्र में इस सीजन की पहली बोवनी मानी जा रही है।
विक्रम सिंह की पहल के बाद अन्य किसान भी बोवनी में जुट गए हैं। खेतों में हल और ट्रैक्टर की आवाज फिर से गूंजने लगी है। खेतिहर मजदूरों की टोली सुबह से देर शाम तक खेतों में सक्रिय दिखाई दी।
कृषि विशेषज्ञों की राय-
कृषि वैज्ञानिकों का मानना है कि सोयाबीन की बोवनी के बाद यदि नियमित अंतराल पर बारिश होती रही, तो फसल को अच्छा लाभ मिलेगा। शुरुआती नमी के बाद यदि दो से तीन दिन में अच्छी बारिश हो जाए, तो अंकुरण बेहतर होगा और पौधे की जड़ें मजबूत बनेंगी।
अभी भी कई इलाकों में सूखे की स्थिति-
हालांकि, कुछ क्षेत्रों में हुई बारिश से बोवनी के लिए अनुकूल माहौल बना है, लेकिन टोंकखुर्द के आसपास के कई गांवों में अभी भी पर्याप्त वर्षा नहीं हुई है। किसानों का कहना है कि यदि जल्द ही जोरदार बारिश नहीं हुई, तो खेतों की नमी समाप्त हो जाएगी।
मालवा अंचल में सोयाबीन की प्रमुखता-
मालवा अंचल में किसानों की पहली पसंद सोयाबीन होती है। क्षेत्र में इस बार भी अधिकतर किसानों ने सोयाबीन की बोवनी की तैयारी की है। पिछले वर्षों की तुलना में इस बार रकबे में भी बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है।
किसानों की उम्मीदें बारिश पर टिकी-
गांव के किसानों का कहना है, अच्छी बारिश की उम्मीद में बोवनी शुरू की है। अब सब कुछ बारिश पर निर्भर है। अगर अगले एक सप्ताह में पानी नहीं गिरा, तो फसल पर असर पड़ सकता है।
