ऑपरेशन हवालात: पुलिस ने 6 साल से फरार वारंटी को दबोचा

देवास। जिले में अपराधियों की धरपकड़ के लिए चलाए जा रहे “ऑपरेशन हवालात” के तहत देवास पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है।
थाना हाटपीपल्या पुलिस ने अवैध हथियार मामले में पिछले छह वर्षों से फरार स्थायी वारंटी हाकम सिंह उर्फ मोडू को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को पकड़कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।
एसपी के निर्देशन में चल रहा सख्त अभियान-
देवास पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद के निर्देशन में जिलेभर में ऑपरेशन हवालात अभियान चलाया जा रहा है, जिसकी शुरुआत 1 नवंबर 2024 से की गई थी। इस अभियान का उद्देश्य लंबे समय से फरार इनामी बदमाशों को गिरफ्तार करना और गंभीर अपराधों में लिप्त आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करना है।
छह साल से पुलिस को चकमा दे रहा था आरोपी-
थाना हाटपीपल्या पुलिस के अनुसार, हाकम सिंह पिता गिरवर (उम्र 50 वर्ष, निवासी ग्राम धानीघाटी) आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज मामले में लगभग छह वर्षों से फरार चल रहा था। आरोपी को पकड़ने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सौम्या जैन और अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) बागली सृष्टि भार्गव के निर्देशन में विशेष रणनीति तैयार की गई थी।
थाना प्रभारी सुजावल जग्गा (भा.पु.से.) और चौकी प्रभारी हर्ष चौधरी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई थी, जो लगातार आरोपी की तलाश में जुटी थी। पुलिस टीम ने मुखबिर तंत्र और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपी की गतिविधियों पर नज़र रखी।
देवास में पकड़ाया हाकम सिंह, पुलिस ने रची रणनीति-
21 मार्च को पुलिस को पुख्ता सूचना मिली कि फरार स्थायी वारंटी हाकम सिंह देवास में देखा गया है। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक ने त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। विशेष टीम ने तुरंत दबिश देकर आरोपी को धर दबोचा।
न्यायालय में पेशी, अपराधियों के लिए सख्त संदेश-
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को माननीय न्यायालय, देवास में पेश किया गया। पुलिस की इस कार्रवाई से अपराधियों में खलबली मच गई है। देवास पुलिस की इस प्रभावी कार्यवाही से यह स्पष्ट हो गया है कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, कानून के शिकंजे से बच नहीं सकता।
ऑपरेशन हवालात का असर जारी-
देवास पुलिस का ऑपरेशन हवालात लगातार अपराधियों पर शिकंजा कस रहा है। इस अभियान के तहत अब तक कई अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जिले में अपराध मुक्त समाज की दिशा में यह अभियान काफी प्रभावी साबित हो रहा है।



