देवास/इंदौर। जल संसाधन मंत्री का क्षेत्र होने के बावजूद नर्मदा-क्षिप्रा लिंक परियोजना बंद जैसी पड़ी है, जिससे किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा।
किसान नेता हंसराज मंडलोई ने उक्त आरोप लगाते हुए प्रेस विज्ञप्ति में बताया, कि मध्यप्रदेश के हिस्से का पानी गुजरात भेजा जा रहा है, जबकि यहां के खेतों को पानी के लिए तरसना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया, कि कांग्रेस सरकार के दौरान 460 करोड़ रुपए की लागत से इस परियोजना की शुरुआत हुई थी, लेकिन भाजपा सरकार इसे चालू रखने में असफल रही। अब तो इंदौर, सांवेर और देवास जिले के किसानों को पानी देने के बजाय उज्जैन भेजा जा रहा है, जबकि जल संसाधन मंत्री इसी क्षेत्र से आते हैं। पानी सीधे पाइपलाइन के माध्यम से उज्जैन पहुंचाया जा रहा है।
आंदोलन करेंगे-
उन्होंने कहा, कि इस अन्याय के खिलाफ इंदौर और देवास जिले में जन जागरण अभियान चलाकर ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी।