गश्त के दौरान पुलिस की सतर्क नजर: शादी के इरादे से भागे नाबालिगों को पुलिस ने बस स्टैंड से पकड़ा!

देवास। पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद के निर्देश पर चलाए जा रहे ऑपरेशन मुस्कान के तहत गुमशुदा बच्चों की तलाश के प्रयास लगातार जारी हैं। इस विशेष अभियान के अंतर्गत पुलिस को एक और सफलता मिली है।
पुलिस के अनुसार 10 फरवरी की रात कोतवाली थाना पुलिस गश्त पर थी। इसी दौरान गश्त चेकिंग अधिकारी उनि जुवानसिंह भूरिया व चीता मोबाइल टीम ने बस स्टैंड पर एक संदिग्ध इको कार को रोका। पूछताछ की गई, तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। कार में झाबुआ निवासी एक नाबालिग बालिका व 17 वर्षीय नाबालिग बालक अपने साथियों के साथ मौजूद थे, जो भागकर शादी करने के इरादे से आए थे।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तत्काल संबंधित थाना राणापुर, जिला झाबुआ से संपर्क किया। जांच में पुष्टि हुई कि नाबालिग बालिका की गुमशुदगी की रिपोर्ट पहले से दर्ज थी। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दोनों नाबालिगों और उनके साथियों को कोतवाली थाना लाकर सुरक्षित रखा।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और ऑपरेशन मुस्कान के तहत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर जयवीर सिंह भदौरिया के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक दीशेष अग्रवाल के निर्देशन एवं कोतवाली थाना प्रभारी अजय गुर्जर के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई। पुलिस ने मुस्तैदी से नाबालिगों को किसी भी अनहोनी से बचाकर उनके परिवार से पुनर्मिलन का मार्ग प्रशस्त किया।



