देवास। शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय कालानी बाग सेंटर में संस्था की जिला संचालिका ब्रह्माकुमारी प्रेमलता दीदी के सानिध्य एवं मां चामुंडा सेवा समिति के संयोजक समाजसेवी रामेश्वर जलोदिया के आतिथ्य में शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
प्रेमलता दीदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारी वैदिक संस्कृति में प्राचीनकाल से ही भारत में गुरु-शिष्य परंपरा का महत्व रहा है। गुरु को माता-पिता के समान पूज्य माना गया है, क्योंकि वह अपने शिष्यों को ज्ञान की रोशनी से आलोकित करता है। शिक्षक ही वह मार्गदर्शक होते हैं जो छात्रों को सही दिशा प्रदान करते हैं। उन्हें जीवन में सफलता की ओर अग्रसर करते हैं। एक शिक्षक न केवल विषयों का ज्ञान देता है, बल्कि वह छात्र के व्यक्तित्व, नैतिकता और समाज के प्रति जिम्मेदारी को भी आकार देता है। शिक्षक अपने शिष्यों को शिखर तक ले जाने वाला एवं क्षमा की भावना रखने वाला होता है। उसकी हर कमजोरी को दूर कर उसे सफलता के शिखर तक ले जाता है। जो शिक्षक अपने शिष्यों को सफलता के शिखर तक ले जाता है, वही सच्चा शिक्षक होता है।
इस दौरान शिक्षक डॉ. समीरा नईम, डॉ. सुषमा अरोरा, संगीता जोशी, संगीता गोयल, प्रेमनाथ तिवारी, मनोज श्रीवास्तव, सफिया कुरैशी, कृपाली राणा, इंदू सोमानी, बिंदु, अलका जगताप, मंजू ममगेन, विनीता सोलंकी, वंदना गोयल, सुनीता कोठारी, हेमा बहन, ऊषा जोशी का प्रेमलता दीदी के सानिध्य में ब्रह्मकुमारी बहनों एवं अतिथियों द्वारा शाल, श्रीफल एवं मां की चुनरी ओढ़ाकर पुष्पमाला से सम्मान किया गया। इस अवसर पर अपुलश्री बहन, मनीषा बहन, एकता बहन, किरण भार्गव, सुनील भाई, बंशीलाल राठौर भाई, विवेक भाई सहित संस्था से जुड़े भाई-बहन उपस्थित थे।
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