बार-बार नई एंबुलेंस खरीदने के बजाय राज्य सरकार पहले खरीदी एम्बुलेंस सुधरवाएं- कांग्रेस
देवास। शिवराज सिंह सरकार द्वारा प्रदेश में त्वरित इलाज मिले इसके लिए मारुति वैन में ऑक्सीजन और कुछ दवाइयों के साथ 108 सेवा के नाम से एंबुलेंस का संचालन किया गया था, जिसके तहत सभी जिलों में 108 एम्बुलेंस तैनात की गई थी, लेकिन मेंटेनेंस और देखरेख के अभाव में वे एम्बुलेंस भंगार हो गई।
इसके पश्चात शिवराज सिंह के कार्यकाल में ही एक बार फिर से देवास सहित सभी जिले के चिकित्सालय में आधुनिक एंबुलेंस भेजी गई थी, कुछ आज भी चल रही है, जिसमें देवास स्थित महात्मा गांधी चिकित्सालय को मिली एंबुलेंस भी शामिल है।
शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी व कार्यकारी अध्यक्ष प्रवक्ता सुधीर शर्मा ने बताया कि इस बार फिर राज्य सरकार ने 300 नई एम्बुलेंस खरीदी है। तर्क दिया गया है कि यह एंबुलेंस संबंधित मरीज के पास 30 मिनट के बजाय 18 मिनट में ही पहुंच जाएगी। साथ ही किसी दुर्घटना या सड़क हादसे की स्थिति में अगर घायल ज्यादा गंभीर है तो एंबुलेंस में ही माइनर ऑपरेशन तक की सुविधा भी मिलेगी। साथ ही एडवांस लाइफ सपोर्ट्स एंबुलेंस में मरीजों को आईसीयू ऑन व्हील्स की सुविधा भी मिलेगी।
कांग्रेस का कहना है, कि जनहित की दृष्टि से एंबुलेंस का सर्व सुविधायुक्त होना एवं समय पर उपलब्ध होना आवश्यक है। बार-बार नई एंबुलेंस खरीदने की बजाय राज्य सरकार द्वारा जो पहले एंबुलेंस खरीदी गई हैं, उन्हें सुधरवाना चाहिए। मेंटेनेंस के अभाव में थोड़े से सुधार के कारण कई एंबुलेंस आज जिला चिकित्सालय में जंग खा रही है, उनमें जो थोड़े से सुधार से ठीक हो सकती हैं, उन्हें तहसील मुख्यालय स्थित चिकित्सालय में उपलब्ध कराई जाए, जिससे आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को सुविधा मिल सके और उन्हें तत्काल जिला चिकित्सालय में भेजा जा सके। अगर इसी तरह से हम थोड़े से मेंटेनेंस सेवाओं में इन एंबुलेंस को भंगार में पटकते रहे तो बार-बार हमें फिर नई एंबुलेंस खरीदना पड़ेगी।
पहले ही मध्यप्रदेश में पुलिस सहायता के लिए हंड्रेड (100) डायल के नाम से प्रदेश भाजपा सरकार के द्वारा जोर-शोर से सेवा शुरू की गई थी, लेकिन यह सेवा आज दम तोड़ चुकी है। पहले जहां शहर में अनेक जगह हंड्रेड डायल मौजूद रहती थी, वहां एक या दो जगह दिखती है। कांग्रेस ने मांग की है कि समय रहते जनहित की इन सेवाओं पर ध्यान जाएं।
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