गड्ढों में तब्दील हुई प्रधानमंत्री ग्राम सड़क, हादसों का कारण बनी 10 किलोमीटर लंबी सड़क

बेहरी (हीरालाल गोस्वामी)। कई गांवों को जोड़ने वाली प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 17 साल पहले बनाई गई सड़क आज बदहाल होकर हादसों का कारण बन रही है। बेहरी से धावड़िया, गुवाड़ी और चारबर्डी पंचायतों को जोड़ने वाली यह 10 किलोमीटर लंबी सड़क जगह-जगह से उखड़ चुकी है। इसे लेकर ग्रामीणों में नाराजगी है।
सड़क से होकर बड़ी संख्या में राहगीर गुजरते हैं। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढों में पानी भरने से वाहन चालकों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। बरसात के दिनों में गड्ढों में पानी भरने से स्थिति और ज्यादा खतरनाक हो जाती है। दोपहिया वाहन चालक अक्सर फिसलकर चोटिल हो जाते हैं। कई बार ग्रामीण हादसों का शिकार हो चुके हैं। इतना ही नहीं, बड़े वाहन गुजरते समय उछलता गंदा पानी सीधे घरों तक पहुंचता है, जिससे लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। निजी वाहन मालिकों ने अपनी गाड़ियां चलाना तक बंद कर दिया है। वहीं, ट्रैक्टर चालक मजबूरी में इस सड़क से गुजरते हैं, लेकिन उन्हें भी भारी जोखिम उठाना पड़ता है।
ग्रामीणों का दर्द-
ग्रामीण नारायण घोसरिया, विकास विश्वकर्मा, बलराम दांगी, राजेश बामनिया और रतन बागवान ने बताया कि इस सड़क की सबसे बड़ी समस्या पानी निकासी की है। नालियों की सही व्यवस्था नहीं होने से सड़क जल्दी खराब हो गई।
उन्होंने कहा कि बरसात में हालात इतने बिगड़ जाते हैं कि पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है।
स्थानीय नेताओं की मांग-
भाजपा नेता जुगल पाटीदार, सुरेश पटेल, महेंद्र दांगी और रूपसिंह सेठ ने मांग की है कि जब तक सड़क का नया निर्माण नहीं हो जाता, तब तक गड्ढों को मोरम या गिट्टी डालकर भरा जाए। इससे गंदा पानी मकानों में जाने से रुकेगा और वाहन चालकों की परेशानी कुछ कम होगी।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य रामसिंह ओसारी, अजजा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष भगवान सिंह कासलीवाल और धावडिया के सरपंच तेजसिंह ओसारी ने कहा कि यह सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सबसे अहम कड़ी है, जो न सिर्फ चार पंचायतों को बल्कि करीब 20 गांवों को जोड़ती है। उन्होंने संबंधित विभाग से तुरंत सड़क का पुनर्निर्माण करवाने की मांग की है।
ग्रामीणों का कहना है, कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का उद्देश्य गांवों को बेहतर सड़क सुविधा देना था, लेकिन आज इसकी दुर्दशा देख कर लगता है कि यह उद्देश्य अधूरा रह गया है। लोग चाहते हैं कि जल्द से जल्द इस सड़क को दोबारा बनाया जाए ताकि रोजमर्रा का आवागमन सुचारु हो सके और दुर्घटनाओं से राहत मिल सके।



