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राज्य में करीब 3,000 विद्यालय ऐसे हैं जिनमें सिर्फ एक ही शिक्षक है जबकि 455 विद्यालय (शिक्षकों की) प्रतिनियुक्ति के आधार पर संचालित हो रहे हैं, जबकि 12,000 शिक्षकों के पद खाली हैं।’’ राज्य में 15,313 सरकारी विद्यालय हैं।
शिमला। हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने रविवार को कहा कि छात्रों के शून्य नामांकन वाले 286 प्राथमिक और मध्यामिक विद्यालयों को गैर-अधिसूचित कर दिया गया है।
मंत्री ने कहा कि इन विद्यालयों के शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को कर्मचारियों की कमी वाले विद्यालयों में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘राज्य में करीब 3,000 विद्यालय ऐसे हैं जिनमें सिर्फ एक ही शिक्षक है जबकि 455 विद्यालय (शिक्षकों की) प्रतिनियुक्ति के आधार पर संचालित हो रहे हैं, जबकि 12,000 शिक्षकों के पद खाली हैं।’’
राज्य में 15,313 सरकारी विद्यालय हैं।
ठाकुर ने कहा कि विद्यालयों और कॉलेजों के लिए एक निर्धारित प्रारूप का पालन किया जाएगा, जिसमें प्राथमिक के लिए कम से कम 10 छात्र, मध्यामिक के लिए 15, उच्चतर के लिए 20, उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालयों के लिए 25 और कॉलेजों के लिए 65 छात्रों का होना जरूरी है तथा मापदंडों से मेल नहीं खाने वाले विद्यालयों और कॉलेजों को बंद किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि निर्धारित मापदंड राष्ट्रीय मापदंडों से कम हैं क्योंकि हिमाचल प्रदेश दुर्गम इलाकों वाला एक पहाड़ी राज्य है।
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