क्षिप्रा नदी के पुराने पुल पर गायों का जमावड़ा, रहती है दुर्घटना की आशंका

शिप्रा। क्षिप्रा नदी का पुराना पुल अब लोगों के लिए सुविधा के बजाय खतरे का कारण बनता जा रहा है। पुल की दीवारें बेहद नीची हैं और पुल पर गायों का जमावड़ा लगा रहता है, जिससे राहगीरों का गुजरना मुश्किल हो गया है। आएदिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, लेकिन प्रशासन अब तक मौन है। मां क्षिप्रा नदी बचाओ समिति ने जनहित में इसे गंभीर मुद्दा बताते हुए सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है।
स्थानीय निवासियों की मानें तो कई बार गायों के कारण वाहन सवारों का संतुलन बिगड़ गया और दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। संकरी जगह में अचानक सामने आई गायों से टकराने की स्थिति भी निर्मित हो जाती है। इसके बावजूद पुल पर न तो कोई चौकीदार तैनात किया गया है और न ही सुरक्षा के लिए कोई संकेतक लगाए गए हैं।
इस समस्या को लेकर मां क्षिप्रा नदी बचाओ समिति के अध्यक्ष राजेश बराना प्रजापति ने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है। उन्होंने कहा, कि क्षिप्रा नदी का यह पुराना पुल लोगों की जान जोखिम में डाल रहा है। पुल की छोटी दीवारें और गायों की मौजूदगी ने इसे और खतरनाक बना दिया है। हमारी समिति की ओर से जिला प्रशासन से मांग है कि यहां चौकीदार की तैनाती की जाए और दीवारों को ऊंचा किया जाए, ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
राहगीरों ने जताई चिंता-
स्थानीय लोगों का कहना है, कि इस मार्ग से रोजाना सैकड़ों की संख्या में लोग, बच्चे और बुजुर्ग गुजरते हैं। गायों की वजह से पुल का आधा हिस्सा बंद रहता है, जिससे किसी भी समय बड़ी दुर्घटना हो सकती है।



