देवास। जिले के थाना कन्नौद क्षेत्र में कियोस्क सेंटर से नगदी चोरी करने वाले अपचारी बालक को पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य और सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की मदद से पकड़ा। उसके पास से 30,000 रुपये नगद और चोरी की गई बाइक बरामद की गई है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बालक को बाल न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे सुधारगृह भेज दिया गया।
16 अप्रैल को थाना कन्नौद में फरियादी ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी कियोस्क सेंटर दुकान से अज्ञात व्यक्ति ने नगद राशि चोरी कर ली है। फरियादी की रिपोर्ट पर से थाना कन्नौद में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। उक्त घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद द्वारा आरोपी की जल्द गिरफ्तारी एवं चोरी गया माल की बरामदगी हेतु निर्देशित किया गया।
इस पर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सौम्या जैन के मार्गदर्शन में अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) कन्नौद आदित्य तिवारी के निर्देशन में थाना प्रभारी कन्नौद तहजीब काजी के नेतृत्व में विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा तकनीकी साक्ष्य, भौतिक साक्ष्य एवं मुखबिर तंत्र सक्रिय कर सीसीटीवी कैमरे चेक किए। टीम ने 100 से अधिक कैमरों के फुटेज खंगाले।
ऑपरेशन त्रिनेत्रम के तहत देवास पुलिस द्वारा जनसहयोग से लगाए जा रहे सीसीटीवी फुटेज में आरोपी द्वारा घटना करना कैद हुआ। पुलिस टीम ने आरोपी की तलाश आसपास के क्षेत्र में की। पुलिस को ज्ञात हुआ, कि आरोपी अपचारी बालक है जो क्षेत्र में घूमता पाया गया। उसे तत्काल टीम ने पकड़ा गया। टीम द्वारा पूछताछ करते अपचारी बालक ने चोरी करना स्वीकार किया। जांच में पाया, कि उक्त अपचारी बालक पूर्व के चोरी के अपराधों में लिप्त पाया गया है।
अपचारी बालक से नगदी कुल 30,000 रुपए जब्त कर चोरी की मोटरसाइकिल के बारे में पूछताछ करते ज्ञात हुआ कि वह मोटरसाइकिल भैरूंदा क्षेत्र से चोरी की गई थी। अपचारी बालक को बाल न्यायालय देवास में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे बाल सुधारगृह भेज दिया गया है।
सराहनीय कार्य- उक्त सराहनीय कार्य में थाना प्रभारी कन्नौद तहजीब काजी, उनि राहुल रावत, प्रआर अशोक जोसवाल एवं आर कन्हैयालाल की सराहनीय भूमिका रही।