बेहरी (हीरालाल गोस्वामी)। नवनिर्मित खेड़ापति हनुमान मन्दिर परिसर में चल रही सात दिवसीय श्रीराम कथा के चौथे दिन राम जन्म प्रसंग सुनकर श्रोता भाव-विभोर हो उठे और माहौल भक्तिमय हो गया।
श्रीराम कथा वाचक धनंजय महाराज ने बताया, कि अयोध्या नरेश राजा दशरथ द्वारा पुत्रेष्ठी यज्ञ करवाने के बाद विष्णु भगवान प्रकट हुए और उन्होंने माता कौशल्या को चतुर्भुजी रूप दिखाकर बताया कि वे शीघ्र ही आपके गर्भ से मनुष्य अवतार लेकर आएंगे। पुत्रेष्ठी यज्ञ का प्रसाद ग्रहण करने के बाद माता कौशल्या को राम, सुमित्रा को लक्ष्मण तथा कैकई को भरत और शत्रुघ्न पैदा हुए। पूरी अयोध्या को सजाकर खुशियां मनाई गई और घर-घर दीपक जलाए गए। रामजन्म पर राम कृपा आदि अनेक प्रसंग भी सुनाए
कथावाचक धनंजय महाराज ने आगे कहा, कि पृथ्वी पर जब-जब असुरों का अत्याचार बढ़ा, तब-तब ईश्वर ने किसी न किसी रूप में अवतार लेकर असुरों का संहार किया। जब धरा पर धर्म के स्थान पर अधर्म बढ़ने लगता है, तब धर्म की स्थापना के लिए ईश्वर को आना पड़ता है। भगवान राम ने भी पृथ्वी लोक पर आकर धर्म की स्थापना की और लोगों का कल्याण किया।
यजमान गोविंद पाटीदार, धर्मपत्नी सुगन बाई पाटीदार, पवन पाटीदार के परिवार ने आरती का लाभ लिया व प्रसाद वितरण किया।
इस अवसर पर पूर्व सरपंच रामचंद्र दांगी, करणसिंह चौधरी, भागीरथ पटेल, शिवनारायण वर्मा, बद्रीलाल पाटीदार, रामप्रसाद दांगी, हेमराज पटेल, शिवनारायण पटेल, काशीराम पाटीदार, शिवनारायण पाटीदार, बाबूलाल पाटीदार, आनंदीलाल पाटीदार, आत्माराम पाटीदार सहित अनेक रामभक्त उपस्थित रहे।