देवास। प्रशिक्षण से योग्यता में निखार आता है। मेहनत, लगन और प्रशिक्षण से लक्ष्य प्राप्ति होती है।
यह विचार डाइट प्राचार्य डॉ. राजेंद्र सक्सेना ने प्रधानाध्यापक लीडरशिप प्रशिक्षण के समापन अवसर पर डाइट में व्यक्त किए। ट्रेनिंग इंचार्ज प्रशांत नामदेव ने बताया कि डाइट में 7 अप्रैल से शुरू हुआ प्रशिक्षण 23 मई तक चलेगा। इसमें कुल सात चरण होंगे। शनिवार को पांच दिवसीय द्वितीय चरण का समापन हुआ।
सीमेट भोपाल के द्वारा आयोजित स्टार प्रोजेक्ट के अंतर्गत यह प्रशिक्षण जिले के 1386 माध्यमिक एवं प्राथमिक प्रधान अध्यापकों को दिया जा रहा है, जिन्हें 8 मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण दे रहे हैं। समापन अवसर पर सभी प्रशिक्षणार्थियों को सर्टिफिकेट डॉक्टर राजेंद्र सक्सेना ने प्रदान किए।
इस ट्रेनिंग में पांच दिवस में कुल 14 मॉड्यूल का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। नेतृत्व कौशल से प्रधानाध्यापक अपने स्कूल की तस्वीर बदलेंगे। विकास खंडवार सभी प्रधान अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
इस लीडरशिप प्रशिक्षण में छह मुख्य क्षेत्र पर 14 मॉड्यूल का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें मुख्य रूप से सतत व्यवसायिक विकास हेतु लीडरशिप पाथ, विद्यालय सुधार हेतु परिवर्तनकारी नेतृत्व, प्रधानाध्यापक की भूमिका का पुनः परिभाषीकरण, सीखने और विकास के लिए एक आधार के रूप में विद्यालय, विद्यालय नेतृत्व परिवर्तन के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत के साथ अन्य विषयों को शामिल किया गया है।
कार्यक्रम का संचालन महाकाल कॉलोनी के प्रधान अध्यापक महेश सोनी ने किया। आभार संजीव वर्मा ने माना।