धर्म-अध्यात्म

जिसको परमात्मा पकड़ लेते हैं, वह भवसागर से पार हो जाता है- आचार्य शुभम कृष्ण शास्त्री

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देवास। जिसको परमात्मा पकड़ लेते हैं, वह भवसागर से पार हो जाता है और जिसको परमात्मा छोड़ देते हैं, वह पत्थर भी डूब जाता है। यदि प्रभु श्रीराम किसी का हाथ पकड़ लेते हैं, तो वह जीवन के हर संकट से पार हो जाता है, परंतु जिसे परमात्मा छोड़ देते हैं, वह डूब जाता है। इसीलिए प्रभु श्रीराम का सुमिरण और भक्ति ही इस भवसागर से पार होने का एकमात्र मार्ग है।

यह प्रवचन कथा वाचक आचार्य पं. शुभम कृष्ण शास्त्री ने चाणक्यपुरी चंद्रेश्वर महादेव मंदिर में चल रही श्रीराम कथा के दौरान कहे। उन्होंने प्रभु श्रीराम के अद्भुत चरित्र, उनकी भक्ति की महिमा और उनके द्वारा भक्तों को तारने की शक्ति का वर्णन किया।

आचार्य पं. शुभम कृष्ण शास्त्री ने कथा के दौरान बताया कि जब प्रभु श्रीराम लंका विजय के लिए समुद्र पार करने जा रहे थे, तब समुद्र ने अभिमान में आकर रास्ता देने से मना कर दिया। जब भगवान श्रीराम ने क्रोध में आकर बाण उठाया, तो समुद्र भयभीत होकर उनके चरणों में आ गया और समर्पण कर दिया। तब नल-नील ने श्रीराम नाम लिखकर पत्थरों को समुद्र में डाला, और वे तैरने लगे। उन्होंने कहा कि “श्रीराम नाम की महिमा ही ऐसी है कि वह पत्थरों को भी पार करवा सकता है।”

आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं ने कथा का भावपूर्ण रसास्वादन किया। जब आचार्य शुभम कृष्ण शास्त्री ने “पार होगा वही जिसे पकड़ेंगे राम, जिसको छोड़ेंगे पलभर में डूब जाएगा” की प्रस्तुति दी, तो श्रद्धालु भक्ति में झूम उठे।

महिलाओं ने फूलों की होली खेलकर किया भक्ति उत्सव
खाटू श्याम महिला समिति द्वारा कथा स्थल पर भव्य आयोजन किया गया। समिति की ओर से आचार्य पं. शुभम कृष्ण शास्त्री का दुपट्टा ओढ़ाकर एवं पुष्प वर्षा कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर महिलाओं ने फूलों की होली खेली और भक्तिपूर्ण नृत्य प्रस्तुत किया।

महाआरती और पूजन से गूंज उठा मंदिर परिसर
कथा के अंत में अतिथियों एवं समाजसेवी अशोक पोरवाल के साथ चंद्रेश्वर खाटू श्याम महिला समिति द्वारा व्यासपीठ का पूजन किया गया। तत्पश्चात भव्य महाआरती संपन्न हुई, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए। आचार्य पं. शुभम कृष्ण शास्त्री ने भक्तों को संदेश दिया कि भगवान श्रीराम का सुमिरण और उनकी शरणागति ही जीवन का असली आधार है। उनकी भक्ति से ही हर बाधा पार की जा सकती है और मोक्ष प्राप्त किया जा सकता है।

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