देवास। पश्चिमी देशों में 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे मनाने की परंपरा है, लेकिन भारतीय संस्कृति में माता-पिता के सम्मान को सर्वोपरि माना गया है। इसी उद्देश्य से श्री योग वेदांत सेवा समिति द्वारा मातृ-पितृ पूजन दिवस का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वेदमूर्ति अशोक कुमार शुक्ला ने कहा, कि यह पहल समाज में नैतिक मूल्यों को पुनर्स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। विशिष्ट अतिथि पार्षद आलोक साहू ने समिति द्वारा किए जा रहे सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल समाज के उत्थान के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम में समिति सेवादारों ने बच्चों को उनके माता-पिता के सामने बैठाकर पूजन की थाली तैयार करवाई। बच्चों ने माता-पिता का तिलक, पुष्पमाला और आरती कर पूजन किया, जिससे पूरा वातावरण भावनात्मक और प्रेरणादायक हो गया। माता-पिता ने भी अपने बच्चों के स्नेह से अभिभूत होकर उन्हें गले लगा लिया।
इस अवसर पर विशेष अतिथि पंकज मांगरोलिया एडवोकेट ने महिला उत्थान मंडल एवं युवा सेवा संघ द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। कार्यक्रम में लघु नाटिका का भी आयोजन हुआ, जिसका संचालन शिवानी झरवड़े ने किया।
समिति के युवा संघ प्रमुख मधुसूदन अग्रवाल ने कहा कि मातृ-पितृ पूजन दिवस की यह पहल संत आसाराम बापू की प्रेरणा से शुरू हुई है, जो अब देश-विदेश में भी लोकप्रिय हो रही है। उन्होंने कहा कि इस दिन को मनाने से बच्चों में माता-पिता के प्रति सम्मान और संस्कार विकसित होते हैं। कार्यक्रम में समिति के मोहन जोशी सहित बड़ी संख्या में साधक उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन समिति सचिव बीडी जामनेरा ने किया, जबकि आभार प्रदर्शन आशा दिनेश गोस्वामी ने व्यक्त किया।