देवास। बसंत विहार कॉलोनी, जैतपुरा में उस समय हड़कंप मच गया जब स्थानीय निवासी कुलदीप नागर ने देखा कि उनकी कॉलोनी के एक खुले पानी के टैंक में एक हिरण गिर गया है। उन्होंने तुरंत वन विभाग को इसकी सूचना दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, वनमंडल अधिकारी अमितसिंह चौहान के निर्देशानुसार उप वनमंडल अधिकारी संतोष शुक्ला एवं वन परिक्षेत्र अधिकारी राजेंद्रसिंह सोलंकी के मार्गदर्शन में एक विशेष रेस्क्यू टीम को मौके पर भेजा गया। इस दल का नेतृत्व हेमराज गोखले कर रहे थे, जबकि रेस्क्यू ऑपरेशन में राजेश चौहान, अंकित मंडलोई और दिनेश चौधरी भी शामिल थे।
घटनास्थल पर पहुंचकर टीम ने देखा कि टैंक में गिरे हिरण की स्थिति चिंताजनक थी। यह हिरण एक कृष्ण मृग मादा थी, जिसकी उम्र लगभग 5 वर्ष बताई जा रही है। टीम ने बिना समय गंवाए पूरी सावधानी और कुशलता से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
विशेष तकनीकों और उपकरणों का उपयोग करते हुए, वन विभाग की टीम ने हिरण को सुरक्षित रूप से पानी के टैंक से बाहर निकाला। यह पूरा अभियान बेहद सतर्कता और धैर्य के साथ चलाया गया, ताकि हिरण को किसी भी प्रकार की शारीरिक क्षति न पहुंचे।
हिरण को प्राकृतिक आवास में छोड़ा-
रेस्क्यू ऑपरेशन सफल होने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशानुसार कृष्ण मृग मादा को उसके प्राकृतिक आवास, वन क्षेत्र में सुरक्षित रूप से छोड़ दिया गया। इस पूरे अभियान को लेकर वन विभाग की टीम ने राहत की सांस ली और स्थानीय लोगों ने भी वन विभाग के त्वरित और कुशल कार्य की सराहना की।
दल प्रभारी हेमराज गोखले ने बताया कि वन विभाग ऐसे मामलों में हमेशा तत्पर रहता है और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करता है। उन्होंने आम नागरिकों से भी अपील की कि यदि वे किसी वन्यजीव को संकट में देखें तो तुरंत वन विभाग को सूचित करें।
स्थानीय जनता ने की वन विभाग की सराहना-
बसंत विहार कॉलोनी के निवासियों ने वन विभाग की त्वरित कार्रवाई की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि वन विभाग की तत्परता और कुशल कार्यप्रणाली से ही यह संभव हो पाया कि हिरण को सुरक्षित निकाला गया और बिना किसी क्षति के जंगल में छोड़ा गया।





