ब्रिज पर हादसा: कार की टक्कर से एक्टिवा सवार की मौत, जनप्रतिनिधियों ने ब्रिज बंद किया


देवास। शहर के विकास नगर ब्रिज पर एक और दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने सभी को झकझोर कर रख दिया। रात के समय तेज रफ्तार कार की टक्कर से एक्टिवा सवार दो लोग घायल हो गए, जिनमें से एक की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई। हादसे के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मौके पर पहुंचकर ब्रिज पर आवागमन को बंद करने का निर्णय लिया। इस घटना ने शहरवासियों में आक्रोश और चिंता बढ़ा दी है।
यह हादसा तब हुआ जब इंदौर की ओर से देवास आ रही एक एक्टिवा को विकास नगर ब्रिज पर पीछे से तेज रफ्तार कार ने टक्कर मारी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि एक्टिवा सवार दोनों व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों को तुरंत 108 एंबुलेंस की मदद से जिला अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर राहुल गेहलोत ने 30 वर्षीय ऋषव पटेल, निवासी नाहर दरवाजा चौराहा को मृत घोषित कर दिया। वहीं, 45 वर्षीय कमलेश पटेल, निवासी तुकोगंज रोड बड़ा बाजार, को गंभीर चोटें आई हैं और उनका उपचार जिला अस्पताल में जारी है।
घटना की सूचना मिलते ही सिटी कोतवाली थाना प्रभारी अजय गुर्जर और अन्य अधिकारी जिला अस्पताल पहुंचे। इसके साथ ही महापौर गीता अग्रवाल, विधायक व महापौर प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल, सभापति रवि जैन, भाजपा नेता सुमेरसिंह दरबार और स्थानीय पार्षद भी देर रात घटनास्थल पर पहुंचे।
स्थानीय नेताओं ने हालात की गंभीरता को देखते हुए तुरंत निर्णय लिया, कि ब्रिज पर वाहनों का आवागमन रोक दिया जाए। उन्होंने मौके पर बैरिकेड्स लगवाकर ब्रिज को अस्थायी रूप से बंद करवा दिया।

शहरवासियों में आक्रोश-
शहरवासियों में इस हादसे को लेकर गहरा आक्रोश है। विकास नगर ब्रिज पर आएदिन हादसे हो रहे हैं। कई लोग इस ब्रिज की डिजाइन और निर्माण को लेकर पहले से ही सवाल उठा रहे थे।
कांग्रेस नेता प्रदीप चौधरी ने इसे “जबरन ब्रिज” नाम दिया था। उनका कहना था कि इसे बनाने के दौरान लोगों की राय नहीं ली गई थी। लोगों का कहना है कि ब्रिज की चौड़ाई बेहद कम है, जिस कारण वाहन चालक ओवरटेकिंग करते हैं और हादसे हो जाते हैं। साथ ही, यहां वाहनों की तेज रफ्तार पर कोई नियंत्रण नहीं है।
जनता ने की मांग-
– ब्रिज को वन-वे किया जाए, ताकि वाहनों की टक्कर की आशंका कम हो।
– सुरक्षा के उपाय किए जाएं, ब्रिज पर डिवाइडर और मजबूत जाली लगाई जाए।
– ओवरस्पीडिंग पर नियंत्रण, ट्रैफिक पुलिस की नियमित तैनाती और स्पीड कंट्रोल कैमरे लगाए जाएं।
– ब्रिज के डिज़ाइन पर पुनर्विचार कर ब्रिज की चौड़ाई बढ़ाई जाए और वाहनों के लिए सुरक्षित मार्ग बनाए जाएं।
शहरवासियों का कहना है कि प्रशासन को जल्द से जल्द इस समस्या का स्थायी समाधान निकालना चाहिए। यदि ऐसा नहीं किया गया, तो जनता आंदोलन करने पर मजबूर होगी। सोशल मीडिया पर इसे लेकर चर्चा का दौर चल रहा है। जनता का कहना है, कि मांगों पर गंभीरता से विचार करना होगा, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके और लोगों की जान सुरक्षित रहे।



