- विद्यार्थियों ने साजिबजादों का किरदार निभाकर उनके बलिदान को याद किया
देवास। तोमर किड्स गुरुकुलम के नन्हे मुन्ने बच्चों ने वीर बाल दिवस के गौरवपूर्ण अवसर पर गुरुगोविंद सिंहजी के साहिबजादों का किरदार निभाकर उनके इस बलिदान को याद किया।
इस अवसर पर डायरेक्टर अजयसिंह तोमर ने बच्चों को दोनों साहिबजादों के बारे में जानकारी देते हुए बताया, कि गुरु गोविंद सिंहजी के दोनों छोटे साहिबजादे जोरावर सिंह और फतेह सिंह को 26 दिसंबर 1705 को दीवार में जिंदा चुनवा दिया गया था। पूस का 13वां दिन नवाब वजीर खां ने फिर पूछा बोलो! इस्लाम कबूल करते हो? 6 साल के छोटे साहिबजादे फतेह सिंह ने नवाब से पूछा अगर मुसलमां हो गए तो फिर कभी नहीं मरेंगे न? वजीर खां अवाक रह गया उसके मुंह से जवाब न फूटा तो साहिबजादे ने जवाब दिया कि जब मुसलमां हो के भी मरना ही है, तो अपने धर्म में ही अपने धर्म की खातिर क्यों न मरें? 21 दिसंबर से 27 दिसंबर तक इन्हीं 7 दिनों में गुरु गोविंद सिंहजी का पूरा परिवार कौम के लिए, धर्म के लिए, राष्ट्र के लिए बलिदान हो गया था। सभी ज्ञात-अज्ञात महावीर-बलिदानियों को याद करें, जिनके कारण आज सनातन संस्कृति बची हुई है।
प्रीसिंपल पूजा तोमर ने बताया, कि इसके माध्यम से बच्चों में शिक्षा, ज्ञान के साथ संस्कार, संस्कृति, बलिदान और देशभक्ति की भावना उत्पन्न करना हमारा उद्देश्य है। गुरु गोविंद सिंह जी के चार साहिबजादों के साहस और देशभक्ति के साहसिक कार्यों से बच्चों को परिचित कराने और उन्हें प्रेरित करने के उद्देश्य मनाए जाने वाले वीर बाल दिवस पर शत-शत नमन। नन्हे-मुन्ने बच्चों में देशभक्ति और साहस को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से तोमर न्यूजर्सी किड्स प्लेस्कूल में बच्चों द्वारा चार साहिबजादों का किरदार निभाकर उन्हें याद किया किया गया और श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
Leave a Reply