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बांस की खेती के साथ-साथ ले सकते हैं अंतरवर्तीय फसल

  • बांस रोपण का रकबा बढ़ाने के लिए जिला पंचायत में कार्यशाला का हुआ आयोजन

देवास। एक जिला एक उत्पाद अंतर्गत जिले में बांस रोपण का रकबा बढ़ाने के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन जिला पंचायत सभाकक्ष में कलेक्टर ऋषव गुप्ता के मार्गदर्शन में किया गया। कार्यशाल में जिला पंचायत सीइओ प्रकाशसिंह चौहान ने किसानों को बांस लगाने के लिए प्रेरित किया।

उप संचालक कृषि आरपी कनेरिया ने कृषकों को फसल के विविधिकरण, प्राकृतिक खेती, बांस लगाने एवं नरवाई नहीं जलाने के लिए प्रेरित किया। आर्टीशन कंपनी के प्रबंधक दीपक खरे ने बांस (कटंगा) के बारे में जानकारी देते हुए कहा, कि नदी व नाले के पास हल्की जमीन, जहां कृषक चाहे वहां एक एकड़ में 110 पौधे 20-20 फीट की दूरी पर लगाए और इसके बीच में अंतरवर्तीय फसल 5 साल तक सकते हैं। साथ ही आलू, प्याज, लहसुन व गेहूं की फसल लगाकर आमदनी कर सकते हैं।

कार्यशाला में अनुविभागीय अधिकारी प्रदीप सोनी, सीइओ जनपद पंचायत ब्रजेश पटेल, अनुविभागीय अधिकारी कृषि राजेंद्र द्विवेदी, सहायक संचालक कृषि विलास पाटिल, सहायक संचालक श्री ठाकुर, वन विभाग अधिकारी सीएस चौहान, मप्र जन अभियान परिषद ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति अध्यक्ष व धर्मेंद्रसिंह राजपूत एवं किसान उपस्थित थे। आभार एसएडीओ आरके विश्वकर्मा ने माना।

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