[ad_1]
चंडीगढ़. पंजाब पुलिस ने तरनतारन जिले के गोइंदवाल साहिब सेंट्रल जेल में हुई गैंगवार के मामले में रविवार को पांच जेल अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया। जबकि, सात अन्य को निलंबित कर दिया गया है।
गौरतलब है कि गोइंदवाल साहिब सेंट्रल जेल में हुई गैंगवार में सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के दो आरोपी- मनदीप सिंह उर्फ तूफान और मनमोहन सिंह उर्फ मोहना मारे गए थे। जिसके बाद पंजाब पुलिस ने यह सख्त एक्शन लिया है। इस मामले में अब तक सात कैदियों पर मामला दर्ज किया गया है। इस घटना में एक अन्य कैदी भी घायल हो गया है।
पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) सुखचैन सिंह गिल ने कहा, “26 फरवरी को गोइंदवाल जेल में गैंगस्टरों के दो गुटों में लड़ाई हुई, जिसमें दो गैंगस्टर मारे गए, जबकि एक घायल हो गया। पंजाब सरकार ने कड़ी कार्रवाई की और सात जेल अधिकारियों को निलंबित कर दिया।”
उन्होंने कहा कि, “26 फरवरी को हुई गैंगवार का वीडियो आज वायरल हुआ। उन्होंने ने कहा, “इस वीडियो को वायरल करने वाले गैंगस्टरों और जेल अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पांच जेल अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है और सात जेल अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।”
Correction: Two groups of gangsters fought with each other in Goindwal jail on Feb* 26 in which two gangsters died while one was injured. Punjab govt took stringent action, and seven jail officials were suspended: Sukhchain Singh Gill, IGP, Punjab Police
— ANI (@ANI) March 5, 2023
प्राथमिकी में जेल के सात कैदियों- सचिन भिवानी, अंकित सिरसा, मनप्रीत सिंह भाऊ, राजिंदर, अरशद खान, कशिश और मलकीत सिंह का नाम शामिल है। इन लोगों पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 (हत्या) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत आरोप लगाए गए हैं।
प्राथमिकी (एफआईआर) में कहा गया है कि तूफ़ान, मोहना, केशव, मनप्रीत, निर्मल और मनमोहन जेल के ब्लॉक नंबर 1 में गए थे, जहां अन्य अपराधी बंद थे। मारपीट के दौरान दोनों गुटों ने एक दूसरे पर लोहे की पट्टियों से हमला कर दिया। मारपीट के बाद मोहना और तूफान को जिला सिविल अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया, जबकि केशव को वहां भर्ती कराया गया था।
गौरतलब है कि सिद्धू मूसेवाला के नाम से मशहूर सिंगर शुभदीप सिंह सिद्धू की पिछले साल मनसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मुसेवाला दो अन्य लोगों के साथ जवाहर के गांव जा रहा था, तभी उनकी जीप को रोक लिया गया और छह लोगों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। इस हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य गोल्डी बराड़ ली थी।
[ad_2]
Source link
Leave a Reply