साहित्य

मालवी मिठास समागम: भागवत गीता के मालवी अनुवाद एवं मालवी काव्य संग्रह ‘‘आस की ओसारी’’ का विमोचन हुआ

देवास। मालवी मिठास परिवार का समागम एवं मालवी मिठास परिवार के सदस्यों द्वारा मालवी में अनुवादित भागवत गीता व मालवी मिठास परिवार के वरिष्ठ सदस्य रजनीश दवे के मालवी काव्य संकलन ‘‘आस की ओसारी’’ का विमोचन औदुम्बर धर्मशाला भवन देवास में हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इंदौर के वरिष्ठ साहित्यकार सदाशिव कौतुक एवं देवास के राजकुमार चंदन थे। कार्यक्रम के आरंभ में समूह एडमिन भावेश कानूनगो ने मालवी मिठास परिवार के गठन एवं गतिविधियों पर प्रकाश डालने के साथ अतिथियों का शब्दों से स्वागत किया। गीता का मालवी अनुवाद श्याम उपाध्याय इंदौर, भावना जोशी इंदौर, गरिमा शर्मा देवास, डॉ. सुमन शर्मा इंदौर और रीना उपाध्याय आलोट ने किया है।

संपादक मंडल में सतीश जोशी खाचरौद, श्वेता गौतम दिल्ली, महेंद्र कानूनगो सोनकच्छ एवं रजनीश दवे इंदौर शामिल हैं। डॉ. दीपेश पाठक आष्टा और अशोक चैधरी देवास का विशेष सहयोग रहा। संपादन एवं संयोजन श्री कानूनगो ने किया। पुस्तक प्रकाशन में प्रदीप दुबे देवास का विशेष सहयोग रहा।

इस अवसर पर मालवी में रचनात्मक कार्य हेतु श्याम पेशकार देवास, प्रदीप जोशी इंदौर, सतीशचन्द्र जोशी खाचरौद, रजनीश दवे इंदौर, महेंद्र कानूनगो सोनकच्छ, सुधीर उपाध्याय उज्जैन, श्वेता गौतम दिल्ली, अंशु दुबे इंदौर, श्याम उपाध्याय इंदौर, भावना जोशी इंदौर, गरिमा शर्मा देवास, डॉ. सुमन शर्मा इंदौर और रीना उपाध्याय आलोट, रत्ना कानूनगो देवास, वंदना दुबे इंदौर को सम्मान पत्र दिया गया। इस अवसर पर मालवी मिठास के दिवंगत सदस्यों की स्मृति में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम करने वाले रितेश जोशी देवास, जयु जोशी इंदौर, अनिता दवे इंदौर, पंकज शर्मा उदयपुर एवं गर्विता जोशी देवास को सम्मानित किया गया। श्याम पेशकार देवास को मालवी मिठास अवार्ड दिया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सदाशीव कौतुक ने अपने उद्बोधन में मालवी मिठास परिवार द्वारा मालवी बोली के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए भाषाओं पर हो रहे आक्रमण के बीच बोलियों को सहेजने की बात कही। वरिष्ठ साहित्यकार श्री चंदन ने कहा कि अनुवाद एक कठिन काम है, जिसमें दूसरे के भाव को समझकर उसकी मौलिकता को कायम रखना होता है। चंदन जी ने मिठास परिवार द्वारा गीता का मालवी में अनुवाद कर एक बड़ा काम करने के लिए अनुवादकों की प्रशंसा की। वरिष्ठ पत्रकार सतीश जोशी इंदौर ने मालवी को प्रचलन में लाने और इसमें अधिक से अधिक साहित्य रचने की बात कही।

उल्लेखनीय है कि मालवी मिठास व्हाट्स एप समूह की स्थापना देवास के भावेश कानूनगो ने 18 जून 2016 को की थी। मालवी मिठास, मालवी बोली के लिए समर्पित लोगों का समूह है, जो आज एक संयुक्त परिवार की तरह हो गया है। देशभर के मालवी प्रेमी लोग इस परिवार से जुड़े हैं। मालवी मिठास परिवार मालवी बोली को ज्यादा से ज्यादा प्रचलन में लाने के लिए सतत लगा हुआ है और सिर्फ लिखने-बोलने जितना ही नहीं, मालवी साहित्य की समृद्धि के लिए भी मिठास परिवार अपना योगदान दे रहा है।

इस अवसर पर महेंद्र उपाध्याय, सतीश दुबे, ओमप्रकाश चौधरी, श्रवण कानूनगो, श्याम सुंदर चौधरी, कृष्णकांत दुबे, आशुतोष शर्मा इंदौर, श्रीकांत उपाध्याय, अशोक चौधरी, राजेंद्र जोशी, राधेश्याम जोशी, प्रकाश दुबे, सुदर्शन दुबे, योगेश द्विवेदी, जयंत शर्मा, विजय पाठक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन रजनीश दवे एवं प्रदीप जोशी ने किया। आभार सतीश जोशी खाचरौद ने माना।

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