सात दिवसीय गरबी महोत्सव का हुआ समापन

बेहरी। (हीरालाल गोस्वामी)। दशहरा पर्व के पश्चात आरंभ हुआ सात दिवसीय गरबी महोत्सव गुरुवार को कार्तिक माह की तीज तिथि पर विधिवत पूजन-अर्चन एवं विसर्जन के साथ संपन्न हुआ।
बेहरी सहित आसपास के कई गांवों में यह परंपरा पीढ़ियों से चली आ रही है, जो क्षेत्र की खुशहाली, उत्तम फसल उत्पादन और स्वस्थ जीवन की कामना के साथ मनाई जाती है।
सात दिनों तक बेहरी स्थित मां कात्यायनी मंदिर प्रांगण में श्रद्धालु महिलाओं और पुरुषों ने गरबा नृत्य करते हुए मातारानी की आराधना की। मंदिर परिसर में सुबह-शाम भक्ति गीतों की गूंज रही और पूरा गांव भक्ति भाव में डूबा रहा।
गुरुवार को तीज तिथि पर गरबी का जुलूस बड़े हर्षोल्लास के साथ निकाला गया। संतोष प्रजापत ने गरबी को श्रद्धापूर्वक अपने सिर पर धारण किया और पूरे गांव में भ्रमण कराया। जुलूस में ग्रामीणों की बड़ी संख्या शामिल रही। जुलूस का समापन खेड़ापति हनुमान मंदिर परिसर में हुआ, जहां विधिविधान से पूजा-अर्चना और अभिषेक किया गया।
इस अवसर पर पं. अंतिम उपाध्याय और पं. राजेंद्र उपाध्याय ने गरबी का पूजन कर मां कात्यायनी से क्षेत्र की समृद्धि और सुख-शांति की कामना की। इसी दौरान ग्रामीण शुभम पटेल, रामरतन पटेल और संतोष प्रजापत ने खेड़ापति मंदिर में हनुमानजी महाराज को चोला चढ़ाया और अभिषेक किया।
पूजन-अर्चन के बाद गरबी को जुलूस के रूप में लेकर ग्राम भ्रमण के पश्चात गुनेरा नदी के तट पर ले जाया गया। वहां पर मौजूद ग्रामीणों ने विधि-विधान से गरबी का विसर्जन किया। नदी में इस वर्ष पर्याप्त जल होने से विसर्जन प्रक्रिया सुचारू रूप से संपन्न हुई।
कार्यक्रम में विशेष रूप से सूरजसिंह पाटीदार, प्रहलाद गिरी गोस्वामी, शिवनारायण वर्मा, सूरजमल पाटीदार, मूलचंद पाटीदार, आत्माराम पाटीदार, कन्हैयालाल बागवान, हुकम सिंह बरेडिया, भोजराज पाटीदार, हेमराज पटेल, शिवनारायण पटेल, आनंदीलाल पाटीदार, बद्रीलाल पाटीदार, शिवनारायण विश्वकर्मा, संतोष पाटीदार, पूर्व उपसरपंच हीरालाल गोस्वामी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं और पुरुष मौजूद रहे।



