धर्म-अध्यात्म
श्राद्ध पक्ष में भागवत कथा से पूर्वजों को मिलती है शांति- पं. जितेंद्र जोशी

देवास। ग्राम छोटी चुरलाई में श्राद्ध पक्ष के अवसर पर चल रही श्रीमद भागवत कथा में कथा प्रवक्ता पं. जितेंद्र जोशी ने कहा कि श्राद्ध पक्ष केवल पितरों की स्मृति का पर्व नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि और जीवन को धर्म के मार्ग पर ले जाने का सुअवसर है। इस काल में श्रीमद भागवत कथा का श्रवण करने से पूर्वजों को शांति मिलती है। यह कथा हमें मार्गदर्शन प्रदान करती है।
पं. जोशी प्रतिदिन दोपहर 12 से 4 बजे तक कथा का वाचन कर रहे हैं। कथा के दौरान उन्होंने कहा, कि मनुष्य के जीवन का सच्चा उद्देश्य धर्म और सत्कर्मों के मार्ग पर चलना है। भागवत कथा आत्मा को शुद्ध करने और जीवन को सार्थक बनाने वाली धारा है।
इस अवसर पर मध्यप्रदेश शासन से सम्मानित कृषक व मप्र जन अभियान परिषद की समिति अध्यक्ष धर्मेंद्रसिंह राजपूत ने पूजन कर कथा प्रवक्ता का पुष्पमाला से स्वागत किया और आशीर्वाद प्राप्त किया। कथा श्रवण हेतु बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए। महिलाएं, पुरुष और बुजुर्ग सभी भक्तिमय वातावरण में कथा रसपान कर रहे हैं। कथा स्थल पर प्रतिदिन विशेष पूजा-अर्चना, भजन और प्रसादी वितरण का आयोजन भी हो रहा है। श्रद्धालु कथा का श्रवण कर आत्मिक शांति और आनंद की अनुभूति कर रहे हैं।



