ऑपरेशन FAST: इंस्टाग्राम पर कपड़े-जेवर बेचने के नाम से करते थे ठगी, देवास पुलिस ने 6 आरोपी दबोचे

देवास पुलिस ने किया फर्जी सीम व बैंक खातों का जाल उजागर
ठगी के लिए इंस्टाग्राम पेज और फर्जी खातों का उपयोग, 6 आरोपी गिरफ्तार
देवास। इंस्टाग्राम पेज पर महिलाओं के कपड़े और आभूषण बेचने का झांसा देकर ऑनलाइन रकम वसूलना और फिर सामान न भेजना… इसी अनोखे तरीके से सायबर ठग लोगों से ठगी कर रहे थे।
ऑपरेशन FAST के तहत देवास पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश कर 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से नगदी, मोबाइल, सिम कार्ड और फर्जी बैंक दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
राज्य सायबर पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा ऑपरेशन FAST (Forged-Activated-SIM-Termination)के अंतर्गत पूरे प्रदेश में एक साथ फर्जी सिम कार्ड धारकों, विक्रेताओं और एजेंट्स के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है। इस अभियान का उद्देश्य सायबर ठगी जैसे अपराधों में प्रयुक्त हो रहे फर्जी सिम कार्ड और उनसे जुड़े अपराधियों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोर वैधानिक कार्यवाही करना है।
उक्त अभियान के तहत देवास जिले से संबंधित 6 सायबर अपराध शिकायतों की जांच हेतु पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद द्वारा निर्देशित किया गया, जिस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) जयवीर सिंह भदौरिया के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक देवास सुमित अग्रवाल के निर्देशन में थाना प्रभारी कोतवाली श्यामचन्द्र शर्मा के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। विशेष टीम के द्वारा सायबर सेल भोपाल से प्राप्त शिकायतों और दस्तावेजों के आधार पर संदिग्ध मोबाइल नंबरों की जांच की गई। उक्त नंबरों से जुड़े उपभोक्ता फार्मों के विश्लेषण में सामने आया कि ये सिम कार्ड वेंडर सुनील शिंदे निवासी नाथ मोहल्ला देवास द्वारा बेचे गए थे।
पूछताछ में वेंडर ने बताया कि सिम कार्ड वैध दस्तावेजों पर बेचे गए थे, लेकिन आगे की जांच में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया। सिम धारक आकाश ठाकुर, लखन पाल और आकाश ताडे ने स्वीकार किया, कि उन्होंने ठगी करने के उद्देश्य से सिम कार्ड खरीदकर बैंक खातों का संचालन किया और उक्त खातों से संबंधित पासबुक, एटीएम कार्ड, चेकबुक व सिम कार्ड को प्रतीक शर्मा को सौंपा। प्रतीक शर्मा ने यह सभी दस्तावेज आशु पाठक को दिए, जिसने इन्हें मयंक कांकर (मुरैना निवासी) को 7000- 8000 में बेच दिया।

मयंक कांकर ने पूछताछ में बताया कि उसने इन सिम और बैंक दस्तावेजों का उपयोग कर इंस्टाग्राम पर दो फर्जी पेज Saath_Phere_Collection, Kinjal Saree and Boutique के नाम से बनाए। इन पेजों पर महिलाओं के वस्त्र और आभूषण बेचने का झांसा दिया जाता था। ग्राहक जब ऑनलाइन भुगतान करते तो सामान भेजा नहीं जाता। इस तरह लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बनाया गया। प्रारंभिक जांच के आधार पर थाना कोतवाली में धारा 318(4), 316(2) बीएनएस 66(ग) आईटी एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
आरोपियों के कब्जे से 20,000 रुपए नगदी, मोबाइल फोन, सीम व अन्य दस्तावेज जब्त किये गये। अग्रिम वैधानिक कार्यवाही कर उक्त सायबर फ्रॉड में संलिप्त अन्य आरोपियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपी:
1. आकाश पिता निर्भयसिंह ठाकुर निवासी विजय नगर देवास।
2. लखन पिता मुन्नालाल पाल निवासी विजय नगर देवास।
3. आकाश पिता सुरेश ताडे निवासी भगत सिंह मार्ग देवास।
4. प्रतीक पिता प्रहलाद शर्मा निवासी विजय नगर देवास।
5. आशु पिता विनोद पाठक निवासी पीपलिया बक्सु सोनकच्छ देवास।
6. मयंक पिता विनोद कांकर निवासी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी मुरैना।
सराहनीय कार्यः थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक श्यामचन्द्र शर्मा, उनि जीवन भिंडोरे, प्रआर मनोज पटेल, सुनील देथलिया, रवि गरोडा, आर नवीन पटेल, मनीष देथलिया, सुजीत चौधरी एवं सायबर सेल टीम से प्रआर सचिन चौहान, शिवप्रताप सिंह सेंगर, आर मोनू राणावत का सराहनीय योगदान रहा।



