रिमझिम बारिश के बीच क्षेत्र में हर्षोल्लास के साथ मनाई जन्माष्टमी

– सुबह से देर रात तक मंदिरों में श्रद्धालुओं का लगा रहा तांता
बेहरी। पूरे क्षेत्र में शनिवार को जन्माष्टमी पर्व हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया। इसके लिए 1 दिन पूर्व से ही मंदिरों में सजावट शुरू कर दी थी।
बेहरी में 200 वर्ष पुराने क्षेत्र के प्रसिद्ध राधाकृष्ण मंदिर एवं लक्ष्मी नारायण मंदिर, मां कात्यानी देवी मंदिर, लक्ष्मीनाथ मंदिर, नृसिंह मंदिर, श्रीराम मंदिर, भोमियाजी मनकामेश्वर मंदिर में फूलों का श्रृंगार कर आकर्षक लाइट लगाई गई। रात 12 बजे जन्म उत्सव के उपरांत सभी मंदिरों में पूजा-अर्चना के साथ प्रसाद वितरण किया गया।

बेहरी के राधाकृष्ण मंदिर के पुजारी गोवर्धनदास बैरागी ने बताया, कि मंदिर में 11 किलो धनिया पंजरी प्रसाद वितरण हुआ। भोमियाजी मंदिर के पुजारी विद्याधर वैष्णव ने फरियाली खिचड़ी के साथ माखन-मिश्री प्रसाद का वितरण किया।
मां कात्यानी देवी मंदिर के पुजारी अंतिम उपाध्याय व राजेंद्र उपाध्याय ने बताया, कि 12 बजे रात्रि में माखन-मिश्री, सूखे मेवे का भोग भगवान कृष्ण को लगाकर पूजा-अर्चना की गई।

भगवान लक्ष्मी नारायण मंदिर के पुजारी जगदीशदास बैरागी ने बताया, कि वर्षों से भगवान कृष्ण जन्मोत्सव बेहरी में धूमधाम से मनाया जाता है। वही श्रीराम मंदिर के पुजारी राजेश बैरागी ने बताया कि रात्रि 2 बजे तक चहल-पहल बनी रही। इसके लिए पूरी तैयारियां एक दिन पहले से ही की गई थी। गांव सहित क्षेत्र में कई स्थान पर युवा ग्वाल टोली द्वारा मटकी फोड़ का आयोजन किया गया। राधा कृष्ण मंदिर के सामने 21 फीट ऊंची मटकी फोड़ आयोजन भी रखा गया।



