91 प्रतिशत राजस्व वसूली बढ़ाकर रचा इतिहास

कनिष्ठ यंत्री मंसूर अली को स्वतंत्रता दिवस पर इंदौर में मिला सिल्वर मेडल
देवास। विद्युत वितरण कंपनी में राजस्व वसूली का कार्य हमेशा से ही एक कठिन और चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी मानी जाती है। उपभोक्ताओं से बकाया वसूली करना, लक्ष्य की पूर्ति करना और साथ ही कंपनी की साख बनाए रखना, ये सभी पहलू मिलकर इस जिम्मेदारी को और भी जटिल बना देते हैं। लेकिन जब समर्पण, मेहनत और जज्बे से कोई कर्मचारी आगे बढ़ता है, तो नामुमकिन सा लगने वाला कार्य भी शानदार उपलब्धि में बदल जाता है।
ऐसे ही जुनूनी और कर्मठ कर्मचारी हैं भौंरासा विद्युत वितरण केंद्र के कनिष्ठ यंत्री मंसूर अली। उन्हें राजस्व वसूली का एक बेहद कठिन और चुनौतीपूर्ण लक्ष्य सौंपा गया था, लेकिन चुनौतियों को अवसर मानकर पूरी लगन, निष्ठा और तल्लीनता के साथ उन्होंने अपने कर्तव्य का निर्वहन किया। परिणामस्वरूप, राजस्व वसूली में 91 प्रतिशत की ऐतिहासिक वृद्धि दर्ज हुई। यह केवल व्यक्तिगत सफलता ही नहीं, बल्कि पूरी कंपनी के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बन गया।
उनके इस अनुकरणीय प्रयास और उत्कृष्ट उपलब्धि के सम्मान स्वरूप, स्वतंत्रता दिवस पर इंदौर स्थित बिजली कंपनी मुख्यालय में कंपनी के प्रबंध निदेशक अनूप कुमार सिंह ने उन्हें सिल्वर मेडल और प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया। यह गौरवशाली क्षण न केवल मंसूर अली के लिए, बल्कि देवास जिले के पूरे विद्युत विभाग के लिए गर्व का विषय है।
सम्मान समारोह के दौरान अधिकारियों और सहकर्मियों ने मंसूर अली को शुभकामनाएं दीं और उनके प्रयासों को सराहा। सभी ने माना कि उनकी इस उपलब्धि ने कंपनी के अन्य कर्मचारियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनने का कार्य किया है।
उनकी इस सफलता ने यह सिद्ध कर दिया है कि यदि कार्य के प्रति सच्ची लगन और ईमानदारी हो, तो किसी भी कठिन लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उनसे उम्मीद की जा रही है कि वे भविष्य में भी इसी प्रकार की उपलब्धियां हासिल कर कंपनी का नाम रोशन करेंगे।
यह उपलब्धि वास्तव में इस बात का प्रमाण है कि जब कर्मचारी अपने कर्तव्य को जुनून की तरह जीते हैं, तो वे न केवल खुद को बल्कि अपने पूरे विभाग और संगठन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा देते हैं।



