किसान धर्मेंद्र ने पौधों को बांधा रक्षासूत्र, दिलाया संरक्षण का संकल्प

देवास। भाई-बहन के प्रेम और रक्षा के पवित्र पर्व रक्षाबंधन को इस बार जिले के एक प्रगतिशील किसान ने एक अलग और अनोखे अंदाज में मनाया। मध्यप्रदेश शासन से सम्मानित किसान धर्मेंद्रसिंह राजपूत ने राखी के अवसर पर अपने खेत और बगीचे में लगे पेड़ों-पौधों को रक्षासूत्र (राखी) बांधकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
धर्मेंद्रसिंह राजपूत ने कहा, कि जैसे बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र और सुरक्षा की कामना करती हैं, वैसे ही हमें भी प्रकृति के इन ‘हरे भाइयों’ — यानी पेड़-पौधों की रक्षा का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने बताया, कि पौधे हमारे जीवन का आधार हैं, जो हमें ऑक्सीजन, फल, फूल, छाया और स्वच्छ वातावरण प्रदान करते हैं। यदि हम इन्हें नहीं बचाएंगे तो आने वाली पीढ़ियां संकट में पड़ जाएंगी।
इस अवसर पर उन्होंने परिवार, मित्रों और ग्रामीणों को भी पौधों की महत्ता समझाई और सभी से आग्रह किया, कि हर व्यक्ति साल में कम से कम एक पौधा अवश्य लगाए और उसकी देखभाल करे।
धर्मेंद्रसिंह राजपूत को पर्यावरण संरक्षण और जैविक खेती के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए पूर्व में मध्यप्रदेश शासन द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। उनका मानना है कि पर्यावरण को बचाने का सबसे अच्छा तरीका है पेड़ों को बचाना।
रक्षाबंधन पर किया गया यह अनूठा प्रयास क्षेत्र में चर्चा का विषय बना रहा और कई लोगों ने इसे अपनाने की इच्छा जताई।



