-2300 से ज्यादा स्थानों पर रूफ सोलर नेट मीटर संयंत्र लगे
-मेरी छत, मेरी बिजली का नारा बुलंद हो रहा गांवों, कस्बों में
इंदौर। पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना लागू होने के बाद इंदौर जिले के कस्बाई एवं ग्रामीण क्षेत्रों में भी मेरी छत मेरी बिजली का नारा बुलंद हुआ है। वर्तमान में 2300 स्थानों पर रूफ टॉप सोलर नेट मीटर योजना के तहत बिजली उत्पादन हो रहा है। सैकड़ों उपभोक्ताओं की पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत 78 हजार रुपए की सब्सिडी डीबीटी के माध्यम से प्राप्त हो चुकी है।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर ग्रामीण वृत्त के अधीक्षण अभियंता डॉ. डीएन शर्मा ने बताया कि हातोद, महू, देपालपुर, कनाड़िया, धरमपुरी, सांवेर, तिल्लौर, महूंगांव, गौतमपुरा, गुर्जरखेड़ा, दूधिया, नावदापंथ, भौरासला, मांगलिया, बेटमा, मानपुर में सौर ऊर्जा को लेकर काफी लोग आगे आए हैं। प्रतिमाह यहां सौर ऊर्जा संयंत्र को लेकर प्रकरण मंजूरी के लिए आ रहे हैं। इन्हें वितरण केंद्र प्रभारी एवं कार्यपालन यंत्री समय पर मंजूरी दे रहे हैं, इसी से न केवल रूफ टॉप सोलर नेट मीटर संयंत्र समय पर स्थापित हो रहा है, बल्कि केंद्र शासन से मिलने वाली अधिकतम 78 हजार रुपए की सब्सिडी भी समय पर उपभोक्ताओं के बैंक खातों में डीबीटी से मिल रही है। समय पर संयंत्र स्थापना और शासन से सब्सिडी भी दो तीन सप्ताह में मिलने से ज्यादा लोग इस पर्यावरण हितैषी योजना की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
अधीक्षण अभियंता ने बताया, कि कस्बों एवं ग्रामीण इलाकों के बिजली उपभोक्ताओं को समय-समय पर शिविरों के माध्यम से एवं योजना लाभ के अन्य फोल्डर, पोस्टर, वीडियो, फोटो, समाचार के माध्यम से जानकारी दी जाती हैं। इसी कारण एक वर्ष के दौरान ही रूफ टॉप सोलर मीटर वालों की वृत्त स्तर पर संख्या 70 प्रतिशत तक बढ़ चुकी है।
36, 40 माह में लागत वसूल-
अधीक्षण अभियंता डॉ. शर्मा ने बताया कि रूफ टॉप सोलर नेट मीटर लगाने वालों को पात्रतानुसार वर्तमान में तीन किलो वाट तक के संयंत्र पर पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत 78 हजार की सब्सिडी मिल रही है। उपभोक्ताओं को मात्र एक लाख रुपए की लागत लगाना होती है। यह बिजली के बिल की राशि की बचत के रूप में मात्र 36 से 40 माह में ही वसूल हो जाती है। जबकि सौलर पैनल्स 20 से 25 वर्ष तक बिजली उत्पादन करती हैं।