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दो बार आवेदन, फिर भी नहीं मिली रकम, निवेशकों की अनसुनी पुकार पर कांग्रेस ने उठाई आवाज

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देवास। जिले में जीएन डेयरी एवं जीएन गोल्ड कंपनी द्वारा निवेश के नाम पर हजारों लोगों से करोड़ों रुपये जमा करवाने के बाद रकम नहीं लौटाने के मामले में वर्षों से न्याय की आस लगाए निवेशक आज भी खाली हाथ हैं।

कांग्रेस ने कलेक्टर से मांग की है, कि जब आरोपियों की संपत्ति कुर्क हो चुकी है, तो निवेशकों की रकम वापस क्यों नहीं दी जा रही है। दो बार ज्ञापन और आवेदन देने के बाद भी नतीजा शून्य होने से निवेशक खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।

शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी व कार्यकारी अध्यक्ष प्रवक्ता सुधीर शर्मा ने बताया कि जीएन डेयरी एवं जीएन गोल्ड के द्वारा देवास शहर सहित जिले के हजारों निवेशकर्ताओं के करोड़ों रुपए निवेश के नाम पर इकट्ठा करने एवं अवधि पूर्ण होने के कुछ माह बाद ही कंपनी के एजेंट भूमिगत हो गए एवं कंपनी के डायरेक्टर ने अपने ऑफिस बंद कर दिए और करोड़ों रुपए लोगों के लेकर भाग गए।

इस संदर्भ में पूर्व में कलेक्टर रहे आशुतोष अवस्थी के द्वारा जीएन डेयरी एवं जीएन गोल्ड के मालिकों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया था। उनकी गिरफ्तारी की गई, उनकी संपत्ति कुर्क की गई, जिसकी खबरें समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई। वही निवेशकर्ताओं से कहा गया, कि वह अपनी जमा पूंजी की रसीद एवं अन्य संबंधित पत्र सहित कलेक्टर कार्यालय देवास में जमा करें, हम उनकी जमा पूंजी दिलवाएंगे। निवेशकर्ताओं ने संपूर्ण दस्तावेज सहित रसीद जमा की, लेकिन आशुतोष अवस्थी का स्थानांतर हो जाने के बाद सारी प्रक्रिया ठंडे बस्ते में चली गई।

शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री राजानी व कार्यकारी अध्यक्ष प्रवक्ता श्री शर्मा ने बताया कि उनके पश्चात चंद्रमौली शुक्ला कलेक्टर बनकर देवास आए उनके कार्यकाल में एक बार फिर कांग्रेस सहित निवेशकर्ताओं ने उनसे अनुरोध किया कि जीएन डेयरी एवं जीएन गोल्ड के निवेशकों की जमा पूंजी दिलाई जाए। इस पर उन्होंने फिर से एक बार सभी निवेशकर्ताओं से आवेदन मांगे। सबने अपने आवेदन जमा भी किए लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला, न ही निवेशकर्ताओं के रुपए वापस किए गए।

श्री राजानी व श्री शर्मा ने बताया कि इसको लेकर हमने कलेक्टर रहे ऋषव गुप्ता को ज्ञापन दिया और उनसे भी अनुरोध किया कि आप निवेशकर्ताओं के रुपए दिलाए, लेकिन बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।

कांग्रेस ने वर्तमान कलेक्टर ऋतुराज सिंह से मांग की है कि वह इस संदर्भ में कार्रवाई करते हुए निवेशकर्ताओं की जमा पूंजी दिलवाएं। कांग्रेस का कहना है कि जब जिला प्रशासन के द्वारा कंपनी के डायरेक्टर के खिलाफ धोखाघड़ी सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया उन्हें गिरफ्तार किया गया, उनकी संपत्ति कुर्क की गई इन सब का परिणाम क्या हुआ। अब वह कंपनी के डायरेक्टर कहां है और जो सम्पत्ति जब्त की गई, वह कहां है। इसका कोई खुलासा आज तक जिला प्रशासन के द्वारा नहीं किया गया।

कांग्रेस ने मांग की है कि जब जिला प्रशासन ने करोड़ों रुपए की संपत्ति राजसात की है तो फिर निवेशकों का रुपए लौटाने में किस बात की देर की जा रही है। कलेक्टर ऋतुराज सिंह इस संदर्भ में निर्णय लेते हुए शीघ्र ही निवेश कर्ताओं की जमा राशि दिलवाएं।

निवेशकर्ताओं ने 2 करोड़ 9 लाख 60 हजार 847 रुपए जमा कराए थे। यह राशि कंपनी द्वारा 500 रुपए एवं 1000 रुपए प्रतिमाह की योजना के तहत जमा किए गए थे।

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