श्री राम कथा के दूसरे दिन धूमधाम से हुआ हर-गौरी विवाह

बेहरी (हीरालाल गोस्वामी)। खेड़ापति हनुमान मंदिर में श्रीराम कथा का वाचन दूसरे दिन खेड़ापति हनुमान मंदिर में हुआ।
श्री राम कथा के दूसरे दिन सर्वप्रथम मुख्य यजमान हरि नारायण पटेल, भोला पटेल परिवार से आचार्य राजेश शर्मा व पंडित हरीश उपाध्याय ने विधिविधान से श्री गणपति पूजन कलश और नवग्रह का पूजन करवाया।
द्वितीय दिवस की कथा में आचार्य धनंजय पांडे महाराज ने बताया कि माता सती ने अभिमानवश कूंभज ऋषि से श्रीराम की कथा को नहीं सुना और श्रीराम पर संदेह किया। उसके बाद माता सती बिना बुलाए अपने पिता के यज्ञ में गई। भगवान शंकर का और अपना अपमान सहन नहीं कर सकी। योग अग्नि के द्वारा अपने शरीर को जलाकर भस्म कर दिया।

लेकिन माता सती ने दोबारा जन्म लिया और जिसके बाद हर-गौरी का विवाह आनंदपूर्वक संपन्न हुआ। हिमाचल ने कन्यादान दिया। विष्णु भगवान तथा अन्यान्य देव और देव-रमणियों ने नाना प्रकार के उपहार भेंट किए। ब्रह्माजी ने वेदोक्त रीति से विवाह करवाया।
भगवान शंकर के विवाह की देवताओं और भूत-प्रेतों सहित बारात की बहुत सुंदर झांकी भी दिखाई गई।
इस अवसर पर मुख्य यजमान हरिनारायण पटेल, भोला पटेल, शिवनारायण वर्मा, भागीरथ पटेल, रतनलाल बागवान, बलराम दांगी, भोजराज पाटीदार, विक्रम भगत, आत्माराम पाटीदार, बद्रीलाल पाटीदार, आनंदीलाल पाटीदार, मोतीलाल सोलंकी, सेवानिवृत फौजी जय गोस्वामी, देवकरण पिंडोरिया, राजाराम पिंडोरिया, हेमराज पटेल, गोविंद पाटीदार, मयंक पाटीदार, संतोष प्रजापत, देवकरण प्रजापत, बलराम सेमलिया, गोवर्धन पाटीदार, काशीराम पाटीदार, प्रभुलाल पाटीदार सहित अन्य श्रद्धालु उपस्थित रहे।



