– प्रदेशभर के कलाकार देंगे अपनी प्रस्तुति, संत वाणी और लोकसंगीत का अनूठा आयोजन
देवास। संगीत प्रेमियों के लिए बैराग कबीर मालवा महोत्सव 2025 एक अनूठा अवसर लेकर आ रहा है। समरज्ञ कबीर फाउंडेशन द्वारा 30 से 31 मार्च 2025 तक मल्हार स्मृति सभागृह में आयोजित इस महोत्सव में मालवा के प्रसिद्ध कलाकारों के साथ युवा कलाकार भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
इस दो दिवसीय आयोजन का उद्देश्य लोकसंगीत और संत परंपराओं को जन-जन तक पहुंचाना तथा नए कलाकारों को मंच प्रदान करना है।
समरज्ञ कबीर फाउंडेशन के संस्थापक कालूराम बामनिया ने प्रेस वार्ता में बताया, कि बैराग कबीर मालवा महोत्सव केवल एक सांस्कृतिक आयोजन नहीं, बल्कि संत वाणी और लोकपरंपराओं को पुनर्जीवित करने का एक प्रयास है। इस महोत्सव के माध्यम से हम लोक कलाकारों को मंच देंगे, जिससे नई पीढ़ी हमारे लोकसंगीत और संत परंपराओं से जुड़े। उन्होंने कहा, कि संत कबीर सहित अन्य संतों की वाणी में समाज को जोड़ने और जागरूक करने की शक्ति है।
प्रदेशभर के कलाकार देंगे अपनी प्रस्तुति-
इस महोत्सव में मध्यप्रदेश के विभिन्न जिले के कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। इनमें प्रसिद्ध लोकगायक, निर्गुणी भजन गायक, कबीरपंथी कलाकार और अन्य लोक विधाओं से जुड़े कलाकार शामिल होंगे। इसके साथ ही युवा कलाकारों को भी अपनी कला दिखाने का मौका मिलेगा, जिससे उन्हें बड़े मंचों तक पहुंचने का अवसर मिल सके।
श्री बामनिया ने बताया, कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य लोकगायन की परंपरा को जीवंत बनाए रखना है।
उन्होंने कहा, कि आज के दौर में लोकसंगीत और संतवाणी को संरक्षित करने की आवश्यकता है। हम चाहते हैं कि नई पीढ़ी भी इन परंपराओं को अपनाए और आगे बढ़ाए। इस महोत्सव के माध्यम से नए कलाकारों की खोज होगी और उनके लिए नए अवसरों का आगाज होगा।
आयोजन समिति ने लोकसंगीत में रुचि रखने वालों से इस महोत्सव में शामिल होने की अपील की। यह महोत्सव दो दिनों तक भक्ति, लोकधुनों और आध्यात्मिक संगीत से ओतप्रोत रहेगा।
महोत्सव में यह खास रहेगा-
– संतों की वाणी पर आधारित गायन और भजन संध्या, मालवा के प्रसिद्ध लोकगायकों की प्रस्तुति, लोकसंस्कृति और संत परंपराओं पर परिचर्चा