देवास। ग्राम बड़ी चुरलाई में गुरु गंगदासजी महाराज मेला उत्सव के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय सत्संग-प्रवचन के दूसरे दिन दीदी मां साध्वी ऋतंभरा जी की शिष्याएं साध्वी सत्यकीर्ति दीदी एवं साध्वी सत्यमूर्ति दीदी ने अपने प्रवचनों में अध्यात्म, भारतीय संस्कृति और सत्संग के महत्व पर गहन चर्चा की।
श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा, कि सत्संग केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आत्मिक शुद्धि और मानसिक शांति का माध्यम है। उन्होंने भारतीय संस्कृति की महानता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारी संस्कृति हमें प्रेम, करुणा और सहिष्णुता सिखाती है।
सत्संग में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजीव खंडेलवाल भी पहुंचे और उन्होंने साध्वीजी का आशीर्वाद लिया। उन्होंने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा, कि सनातन संस्कृति हमें सच्चे मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है। उन्होंने गुरु गंगदासजी महाराज के चरणों में श्रद्धा अर्पित करते हुए कहा कि ऐसे आध्यात्मिक आयोजन समाज में सद्भाव और शांति लाने में सहायक होते हैं।
मध्यप्रदेश शासन से सम्मानित युवा कृषक धर्मेंद्रसिंह राजपूत ने भी साध्वीजी का स्वागत कर उनका आशीर्वाद लिया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि धर्म और संस्कृति के प्रति हमारी आस्था हमें सही दिशा में ले जाती है।
सत्संग 28 मार्च को भी दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक आयोजित होगा। गुरु गंगदासजी महाराज के समाधि स्थल पर चल रहे इस आयोजन में भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है।