– सीसीटीवी और जनसहयोग बना मददगार, 2.33 रुपए लाख का सामान बरामद
देवास। जिले में लगातार हो रही चोरी की वारदातों पर नकेल कसने के लिए पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोत के निर्देश पर मिशन स्तर पर कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में थाना कोतवाली पुलिस ने मात्र 4 दिनों में चोरी की गुत्थी सुलझाकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस सफलता के लिए “ऑपरेशन त्रिनेत्रम” के तहत सीसीटीवी कैमरों और मुखबिर तंत्र का सहारा लिया गया।
दिनांक 9 मार्च को थाना कोतवाली में सूचना प्राप्त हुई कि पुलिस लाइन देवास के एक सरकारी क्वार्टर में किसी अज्ञात व्यक्ति ने दीवार फांदकर घर का गेट तोड़ा और नगदी व सोना-चांदी के आभूषण चोरी कर लिए। घटना की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी कोतवाली अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई-
इस घटना की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) जयवीर सिंह भदौरिया, नगर पुलिस अधीक्षक दीशेष अग्रवाल एवं थाना प्रभारी कोतवाली शिशिर दास के नेतृत्व में अलग-अलग टीमें गठित की गईं।
तकनीकी और भौतिक साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई:
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाल, मुखबिर तंत्र सक्रिय किए, संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की। इन प्रयासों से पुलिस को जल्द ही सफलता हाथ लगी और आरोपी मुकेश उर्फ नाना को हिरासत में लिया गया। प्रारंभिक पूछताछ में उसने चोरी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार कर लिया।
बरामदगी:
पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 3,000 रुपए नकद व सोने-चांदी के आभूषण (कुल मूल्य 2,33,000 रुपए) बरामद किए।
गिरफ्तार आरोपी:
मुकेश उर्फ नाना पिता खेमाजी, निवासी गलच्या बस्ती, ग्राम हामूखेड़ी, जिला उज्जैन।
सराहनीय कार्य करने वाली पुलिस टीम:
थाना प्रभारी कोतवाली शिशिर दास, फिंगर प्रिंट प्रभारी: बीना दुबे, उनि जितेन्द्र यादव, उनि राकेश नरवरिया, आरक्षक सूरज सिकरवार, गोपाल कुंभकार, धर्मेन्द्र भिलाला, अभिषेक पंवार, मनीष राजपूत, सायबर सेल देवास प्रआर सचिन चौहान, शिवप्रताप सिंह सेंगर।
पुलिस की तत्परता ने दिलाई सफलता-
इस केस में “ऑपरेशन त्रिनेत्रम” के तहत सीसीटीवी कैमरों, मुखबिर तंत्र और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से सफलता मिली। पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोत ने इस सराहनीय कार्य के लिए पूरी टीम को बधाई दी और भविष्य में भी इसी तरह अपराधियों पर नकेल कसने के निर्देश दिए।
देवास पुलिस ने जनता से अपील की है, कि अगर उन्हें किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।