अखिल विश्व गायत्री परिवार का महाकुंभ शुरू

– युग तीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार के ज्योति कलश रथ का देवास में आगमन
– पूरे 30 दिनों तक जिलेभर में करेगा भ्रमण
देवास। अखिल विश्व गायत्री परिवार, शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में पूरे देश में ज्योति कलश यात्राओं का आयोजन किया जा रहा है। इस शुभ अभियान का शुभारंभ मध्यप्रदेश में उज्जैन की पावन धरती से हो चुका है।
कार्यक्रम के तहत इंदौर उपजोन के अंतर्गत आने वाले जिलों में यह ज्योति कलश रथ भ्रमण करेगा, जिसके माध्यम से सद्भावना और राष्ट्रीय एकता का दिव्य संदेश प्रसारित किया जाएगा।

गायत्री परिवार के मीडिया प्रभारी विक्रमसिंह चौधरी ने बताया, कि शांतिकुंज का दिव्य ज्योति कलश रथ देवास के गायत्री शक्तिपीठ पर पहुंचा, जहां भव्य स्वागत किया गया। बहनों ने आरती उतारकर व पुष्पमालाओं से रथ का अभिनंदन किया और सबके मंगल जीवन की प्रार्थना की।
ग्राम-ग्राम पहुंचेगा गुरुदेव का संदेश-
परम पूज्य गुरुदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्य का स्वप्न मनुष्य में देवत्व का उदय एवं धरती पर स्वर्ग का अवतरण, को साकार करने के लिए ज्योति कलश रथ देवास तहसील में 5 मार्च तक विभिन्न ग्रामों में भ्रमण करेगा। इस दौरान परम पूज्य गुरुदेव का साहित्य घर-घर पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा।
गायत्री परिवार के कन्हैयालाल मोहरी एवं रमेशचंद्र मोदी के नेतृत्व में ग्राम सुखलिया और सुनवानी महाकाल में रथ यात्रा का सफल आयोजन किया गया। जिला समन्वयक हरिराम जिराती एवं युवा जिला समन्वयक प्रमोद निहाले ने जानकारी दी कि गायत्री परिवार की संस्थापक गुरु माता भगवती देवी शर्मा की जन्मशताब्दी 2026 में मनाई जाएगी। इसी उपलक्ष्य में यह ज्योति कलश यात्रा गांव-गांव, नगर-नगर पहुंचेगी और गुरु माता के त्याग, बलिदान एवं राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका की अलख जगाएगी।
यात्रा के दौरान होंगे विशेष आयोजन-
इस दिव्य यात्रा के अंतर्गत सप्त आंदोलनों के माध्यम से जनमानस में परिवर्तन के सूत्र दिए जाएंगे। यात्राओं के दौरान गायत्री यज्ञ, दीपयज्ञ, साहित्य वितरण एवं संबोधन के माध्यम से लोगों को आध्यात्मिक और नैतिक मूल्यों से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।
सुबह ग्राम सुखलिया में ज्योति कलश यात्रा का भव्य स्वागत, आरती व गायत्री महायज्ञ किया गया। वहीं, शाम को ग्राम सुनवानी महाकाल में संगीतमय दीपयज्ञ का आयोजन हुआ, जिसे गायत्री शक्तिपीठ की टोली द्वारा प्रस्तुत किया गया।
इस आयोजन को सफल बनाने में गायत्री परिवार के कांतिलाल पटेल, रमेश नागर, सुरेश बालपाण्डेय, मंजू पटेल, श्रद्धा निहाले, अन्नू पटेल, कविता देशमुख, लता खंडेलवाल सहित अनेक परिजनों का विशेष सहयोग रहा। ग्राम के गौरीशंकर वर्मा, कैलाश पटेल, महेश पटेल सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में यह पावन आयोजन संपन्न हुआ।



