देवास को धार्मिक नगरी घोषित करने एवं शराबबंदी की मांग को लेकर शिवसेना ने सौंपा ज्ञापन

देवास। शिवसेना ने देवास को धार्मिक नगरी का दर्जा देने एवं माता टेकरी के आसपास स्थित शराब की दुकानों को बंद करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नाम डिप्टी कलेक्टर अभिषेक शर्मा को ज्ञापन सौंपा।
जिला प्रवक्ता संजू भाटी ने बताया कि अल्प प्रवास पर देवास आए युवा शिवसेना प्रदेशाध्यक्ष अनुराग सोनार की उपस्थिति में कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर यह ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन का वाचन करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष रोहित शर्मा ने कहा कि शिवसेना संगठन एनडीए गठबंधन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। शिवसेना एवं युवासेना मध्यप्रदेश सरकार द्वारा धार्मिक नगरी में शराबबंदी के निर्णय का स्वागत करती है।
उन्होंने कहा कि देवास, जिसे “जहां दो देवियों का वास, वहीं हमारा देवास” के उद्बोधन से पहचाना जाता है, को धार्मिक नगरी की सूची में न रखना यहां की आम जनता की भावनाओं को आहत करता है। देवास शहर की पहचान माँ तुलजा भवानी और माँ चामुंडा से जुड़ी हुई है। यहां नवरात्रि के दौरान लाखों श्रद्धालु आते हैं और वर्षभर भक्तजन माता टेकरी पर दर्शन के लिए उपस्थित रहते हैं। ऐसे पवित्र नगर को शराबबंदी के निर्णय से वंचित रखना अनुचित है।
शिवसेना एवं युवासेना ने मांग की कि माता टेकरी के आसपास स्थित शराब की दुकानों को तत्काल बंद किया जाए और देवास को धार्मिक नगरी घोषित किया जाए।
ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रदेश महामंत्री धीरज ठाकुर, प्रदेश सचिव कृष्णराव पारखे, शिवसेना जिलाध्यक्ष सुनील वर्मा, युवासेना जिलाध्यक्ष नितिन राज वर्मा, उज्जैन जिले से हर्षित पटेल, कमल सिंह देवड़ा, लाखन सिंह देवड़ा, शेर सिंह परमार, विजय जायसवाल, रत्नेश गुप्ता, वीरेन्द्र जाट, रवि सिसोदिया, लखन टीपानिया, शिवम चतुर्वेदी, विष्णु चौहान, लालू डांगी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
ज्ञापन देने के पश्चात शिवसेना के प्रतिनिधिमंडल ने नवागत कलेक्टर ऋतुराज सिंह से भी भेंट कर इस संबंध में चर्चा की।



