थाने में आरोपी को चाय पीते देख नाराज हुआ फरियादी पक्ष

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– हाईवे पर चक्काजाम का प्रयास, टीआई से भी हुई बहस
कन्नौद (आशिक माचिया)। ग्राम कलवार में शरद पूर्णिमा पर कथा करने के लिए एक घर में गए पंडितजी के साथ मारपीट का मामला सामने आया। पंडितजी की शिकायत पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इसी मामले में गुरुवार को थाने के समीप जमकर हंगामा हुआ। फरियादी पक्ष ने वाहनों को रोककर चक्काजाम का प्रयास किया। सड़क पर फरियादी पक्ष एवं थाना प्रभारी में गहमा-गहमी भी हुई।
मिली जानकारी के अनुसार कलवार निवासी पं. आनंद जोशी को राजेश लोदवाल ने अपने घर पर कथा करने के लिए बुलाया था। कथा होने के बाद जब पंडित जोशी घर के बाहर पूजा करवा रहे थे, उस समय राजेश के पिता मोतीलाल आए और गाली-गलौच कर कहने लगे कि तूने ठीक से कथा नहीं की। फरियादी जोशी ने बताया कि मैंने गाली देने से मना किया तो मोतीलाल ने मेरी कालर पकड़कर थप्पड़ मारे। साथ ही जान से मारने की धमकी दी। मेरे अंकल हरिओम जोशी ने बीच-बचाव किया। पंडितजी की शिकायत पर पुलिस ने मोतीलाल लोदवाल के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया था।
चाय पीते देखा तो हुए नाराज-
सोमवार को फरियादी आनंद जोशी व हरिओम जोशी थाने पर प्रकरण की जानकारी लेने पहुंचे। यहां से मामले ने तूल पकड़ लिया। थाने में फरियादी पक्ष ने आरोपी मोतीलाल को कुर्सी पर बैठकर चाय पीते हुए देखा। इससे नाराज फरियादी पक्ष ने थाने के बाहर हाइवे पर जाकर चक्काजाम का प्रयास किया। चक्काजाम खुलवाने के लिए पहुंचे टीआई शिवमूरत यादव व फरियादी के बीच बीच सड़क पर कहासुनी भी हुई। इसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।


आरोपी हमें मारने दौड़ा-
मामले में फरियादी आनंद जोशी का कहना है कि आज हम रिपोर्ट के बारे में जानकारी लेने के लिए आए तो थाने के अंदर कुर्सी पर बैठकर आरोपी चाय पी रहा था। वह हमें मारने के लिए दौड़ा। हमारे साथ अभद्र बर्ताव भी हुआ।
आरोपी मानसिक रूप से बीमार है-
इस पूरे घटनाक्रम के बारे में थाना प्रभारी शिवमूरत यादव का कहना है कि कल पंडितजी कलवार में कथा सुनाने के लिए गए थे। वहां उनके साथ हुई घटना में हमने प्रकरण दर्ज किया है। आरोपी को थाने में लेकर आए थे। आरोपी मानसिक रूप से बीमार है, इसलिए उसके बेटे ने उसे चाय लाकर पिला दी। किसी बीमार को चाय लाकर पिलाना गलत नहीं है। यहां से वे चक्काजाम करने के लिए पहुंच गए, मैंने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन वे आवेश में थे। उनका यह आरोप भी बेबुनियाद है कि हमने आरोपी को संरक्षण दिया है। हमने आरोपी को गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया है।

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