देवास। ललित कलाओं के लिए समर्पित सामाजिक संस्था कला भारती द्वारा युवाओं, बच्चों में पेंटिंग के प्रति रुझान बढ़े, कला के क्षेत्र में बच्चे देवास का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन करें। इसी उद्देश्य को लेकर निरंतर बच्चों को ड्राइंग पेंटिंग्स का निशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
योगिता बाल मंदिर अमोना में ड्राइंग पेंटिंग्स का गुर सिखाते हुए युवा कलाकार लेखराज पवार ने बताया कि लोग कभी पेड़ का चित्र बनाएंगे, तो कभी और किसी वस्तु का चित्र बनाएंगे। मतलब कई लोग अजीब-अजीब ढंग के चित्र बनाते हैं। लेकिन हम चाहते हैं जो भी आपको दिखे, जब हम कहीं भी जाते हैं, आप देखते रहे हैं सारी चीजे, लेकिन क्या हम सब चीज ड्राइंग कर पाते हैं नहीं क्योंकि हमने इसका विधिवत प्रशिक्षण नहीं लिया है। अगर हम प्रशिक्षण ले लेते तो हर पेंटिंग आसान हो जाती है। जिसकी रुचि है वह तो ड्राइंग कर ही सकते हैं। आप एक बार ड्राइंग की शुरुआत जरूर कीजिए।
शुरुआती दौर में जैसे आप अपने भाई-बहन, माता पिता को सामने बैठाकर उनकी ड्राइंग बना दीजिए। थोड़ा अजीब ढंग का चित्र बनेगा, हंसेंगे भी सही, लेकिन हमें उस पर ध्यान नहीं देना है। शुरुआत में ऐसा ही होता है। हमें उससे हारना नहीं है, निराश नहीं होना है। जब हम हजारों स्कैच करेंगे, हजारों ड्राइंग पेंटिंग करेंगे तो अपने आप ही ड्राइंग में महारत हासिल हो जाएगी तब हम एक ऐसे चित्रकार बन जाएंगे जो कहीं भी किसी का भी चित्र मिनटों में बना सकते हैं। कला बच्चों को मानसिक रूप से सुदृढ़ करती है।
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